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लोग तिलमिलाते क्यूँ है ?-मैं प्रधानमंत्री बनी तो देश का लुक बदल दूंगी -ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Sunday, May 1, 2011

सभी को नमस्कार करता है आपका राज  
महज 13 साल की लड़की सड़क पर किसी आदमी को पोलीथीन फेंकते देखकर कहती है कि अगर मैं कभी देश की प्रधानमंत्री बनी तो देश का पूरा लूक ही बदल दूंगी। यह लड़की और कोई नहीं बल्कि हमारी बिटिया स्वप्निल राज ग्वालानी ह...
शिक्षा में विकल्प
जय हो! मंगल हो! कल्याण हो! मैं स्वयं को अपने बंधुओं के बीच पा कर प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूँ। आप हम जो यहाँ मिले हैं यह एक संयोग और सद्-बुद्धि की बात है। सद्-बुद्धि के पक्ष में आगे बढ़ने का यहाँ प्रस्ताव... 

लोग तिलमिलाते क्यूँ है ? -- एक विश्लेषण .
नित्य प्रतिदिन आस-पास के परिवेश में लोगों को बात-बात पर तिलमिलाते हुए देखती हूँ , कहीं संसद में विवाद उठ खड़ा होता है और लोग गली गलौज पर उतर आते हैं , कहीं रेल-यात्रा करते समय भड़क उठते हैं और सहयात्री को रे...
हालांकि ख़बर तो कुछ यूं बननी चाहिए थी कि खुशदीप जी ने छोड़ दी है हिंदी ब्लॉगिंग। लेकिन यह एक झूठी बात होती। आदमी आवेश में आकर ग़लत फ़ैसले ले ही लेता है और फिर जब उसे अहसास होता है कि वह गुस्से में आकर अपन.

पुरस्‍कार से अल्‍लाह मियां का का ताल्‍लुक है भइया ? बतलाय देय हम सबसे बड़ा रूपैया और वही नहीं मिला बनने गए थे छब्‍बे जी दुबे जी रह गये चौबे जी चना चबाते रह गए। पूरा पढ़ने और आनंद लेने के लिए, ब्‍लॉ...
मुझसे किसी ने कल या परसों पूछा कि क्या मैं गजल वजल भी लिखता हूँ ..मेरा जवाब अक्सर यही होता है *नहीं* और यह बिलकुल सच जवाब है ...मैं जिस शुष्क और असंवेदनशील माहौल में काम करता हूँ वहां ऐसी रचनात्मकता के लि... 
कल के समाचारों में आपने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की पूर्व वैज्ञानिक डॉ. उमा राव की आत्महत्या की खबर सुनी होगी। एक महत्वहीन खबर की तरह इसे सुना दिया गया था, क्योंकि न तो इसमें राजनीतिक कारण शामिल थे ... 
अरे दीवानों! मुझे पहचानो।
यह किस हिन्दी ब्लॉगर का चित्र हो सकता है? * 
लखनऊ एक ‘पानी-लविंग’ सिटी है.यहाँ पर पानी खूब और हर तरह का मिलता है.यहाँ हैंडपम्प हैं, जेट पम्प हैं, नल हैं, टोटियाँ हैं जिनमे भरपूर पानी आता है. सड़कों पर बम्बे का भी इंतजाम है पर इस सबसे लोगों ...
हैं खुशी से चहचहाते आज सारे गिद्ध देखो फिर से उड़के दिल्ली जाते आज सारे गिद्ध देखो ॥१॥ रोज रोज खा रहे हैं नोच नोच भारती को हड्डियों से घी बनाते आज सारे गिद्ध देखो ॥२॥ श्वान को सियासती गली के द्वार पे बिठाके...
उम्र के साथ दुकान लगी है समस्याओं की घर का काम कैसे हो है सबसे कठिन आज | नित्य नए बहाने बनाना आए दिन देर से आना भूले से यदि कुछ बोला धमकी काम छोड़ने की देना हो गयी है रोज की बात | यदि कोई आने वाला हो जाने कै...
विश्वजीत सेन* प्रभात खबर (तारीख 29 अप्रैल 2011) में यह खबर आयी है कि इंगलैंड के राजकुमार प्रिंस विलियम और केट की शादी के मौके पर पटना के बच्चे शुभकामनाएं भेज रहे हैं। बाकायदा हेडलाइन बनाकर खबर दी गयी ह...
आज सारे देश में मजदूर दिवस मनाया जा रहा है . आज देश में मजदूरों के हितों और अधिकारों के बारे में जमकर चर्चा कर लंबे चौड़ी बयानबाजी की जावेगी आज देश की आबादी एक अरब पच्चीस करोड़ हो गई है . भीषण मंहगाई के गर...
मोहब्बत कैसे होती है बता दे कोई हमे तो मोहब्बत ने हर कदम रुसवा ही किया किसी को कैसे अपना बनाया जाता है सिखा दे कोई हमे तो हर किसी ने हर कदम धोखा ही दिया कैसे पतझड मे गुलाब खिलाये जाते हैं उगा दे कोई हम...
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

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