Powered by Blogger.

नव वर्ष की नई सुबह ऐसी लाए खुशहाली खुशियों ने घर-आंगन महके रहे न कोई झोली खाली -ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Friday, December 31, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
नव वर्ष की नई सुबह ऐसी लाए खुशहाली खुशियों ने घर-आंगन महके रहे न कोई झोली खाली हर इंसान साल भर चहके हर दिन हो दीपावली गरीबों को भी रोज खाना मिले भगवान की रहमत हो ऐसी निराली हमने तो साल के पहले दिन ..

नये साल का शोर क्यों?
ल्पों से है मदिरा पर जोर क्यों? हरएक साल सब करे कामना हो समाज मानव जैसा दीप जलाते ही रहते पर अँधियारा घनघोर क्यों? अच्छाई है लोकतंत्र में सुन...
पहले इन तारीखों पर गौर करिए... 1.1.11, 11.1.11, 1.11.11, 11.11.11, ये सब तारीखें इसी साल आनी है... अब आप सभी को नववर्ष की बहुत-बहुत बधाई, इन 12 कामनाओं के साथ... *1. इस साल गूगल हिंदी ब्लॉगरों को 

*सलिल भाई की नज़रे इनायत कि इसे अब ग़ज़ल कह सकता हूं और आपके सामने पेश करने गुस्ताख़ी कर सकता हूं नए साल ग्यारह के आगाज़ पर।* *साल ग्यारह आ गया है !!* *साल ग्यारह आ गया है खुशियों की सौग़ात लेकर,* *आइये ...
नमस्कार, ब्लाग नगरिया के वाशिंदों को नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। विगत मार्च माह ब्लॉग4वार्ता का सफ़र अनवरत जारी है। वार्ता दल के साथियों एवं पाठकों ने अपने श्रम से यहाँ तक पहुंचाया है। गत 2010 के अनु...
सभी पाठकों और ब्‍लागरों को नया साल मुबारक हो 1 मेरे जीवन का एक वर्ष और बीत गया...., धूमिल छवि जिसकी है मेरे पास थोडी खुशियां, थोडे गम कहीं जीत, कहीं हार यही तो है जिनके साए में कट जाती है जि...
धूप वही है ,रुप वही है , सूरज का प्रतिरूप वही है ; केवल उसका प्रकाश नया है , किरणों का एहसास नया है . दिन वही है ,रात वही है , इस दुनिया की , बात वही है ; केवल अपना आभाष नया है , जीवन में कोई खास नया ह...
नया साल २०११ आप सभीके लिये मंगलमय हो और आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो यही शुभकामना है ! हर्ष और उल्लास का बन कर प्रतीक सुबह का सूरज गगन पर है चढ़ा, अश्रु आँखों में लिये बोझिल हृदय चाँदनी का काफिला आगे बढ़ा । ...
इतना प्‍यारा तो होना चाहिए ब्‍लॉगपहले आप संभाल लें शुभ मंगलकामनायें पोस्‍टों पर टिप्‍पणी के आश्‍वासन के साथ अब आप मुक्‍त हैं साल गया बवाल कटा आपने अब ब्‍लॉगर का नहीं लिखना है नाम सिर्फ ब्‍लॉग का लि...
उगता सूरज, खिलती धरती, नीला अम्बर फिर मुस्काए ! जीवन बने सरल हम सबका, साल कोई फिर ऐसा आये !! हार जाएँ अब ये आतंकी, अमन चैन जब पंख पसारे ! हों राहें खुशहाल हमारी, साल कोई फिर ऐसा आये !! धरती उगले फिर से स...
स्वागत है नव दशक के मिहीर तुम्हारा उजले चैतन्य स्वर गुंजाए संदेश हमारा तिमिर हर, प्रकाश भर, जगमग जीवन खुशियों से आंचल भर नाचे जग सारा पुष्पाच्छादित हों राह, पूरी हों सब चाह सभी के लिए स्वीकारें यही शुभ...

आज नए साल का पहला दिन है, इसी के साथ हमारी मम्मी अनिता ग्वालानी का जन्म दिन भी है। आज का दिन हमारे यानी मेरे स्वप्निल राज ग्वालानी और मेरे छोटे भाई सागर राज ग्वालानी के लिए दोहरी खुशी का है। नए साल की ह...
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 

Read more...

अलविदा दोस्तों अब मैं वापस नहीं आऊंगा.. -मैं कैसे कहूँ कि तू ठहर जा"-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Thursday, December 30, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
अलविदा दोस्तों अब मैं वापस जा रहा हूं अब मैं कभी भी आपकी जिंदगी में लौटकर नहीं आऊंगा मैं हमेशा-हमेशा के लिए आप सबसे विदा चाहता हूं अब मेरे पास सिर्फ और सिर्फ एक दिन का समय है इसके बाद मैं आपसे जुदा हो जाऊं...
माँ की डायरी में एक बहुत सुन्दर रचना पढ़ने के लिये मिली जो आज के समय में भी उतनी ही सामयिक है ! उन्होंने किसी विशिष्ट अष्टमी के दिन शायद इसे लिखा होगा ! यद्यपि आज अष्टमी तो नहीं है लेकिन फिर भी इसे आपसे शेय...
साल ग्यारह आ गया है! खुशियों की सौग़ात लेकर,* *आइये स्वागत करें हम जोश के जज़्बात लेकर.* *मुस्कुराते बीते पल की याद बस मन में रहे* *उम्र भर रोना नहीं, बिगड़े हुए हालात ...
अलविदा 2010 : समय मैं क्या कहूँ तेरे बारे में तू आता है और चला जाता है , या यूँ कहूँ तू अनवरत गाति से चलता रहता है और मेरी सांसों का सफ़र भी तेरे साथ लगातार चलता रहता है । पर अब तुझे जाना ही है तो मेरा कोई...
ब्‍लॉग जगत में आने के बाद महीने में 20 - 25 पोस्‍ट ठेल देने वाली मैं अचानक कुछ दिनों से कुछ भी नहीं लिख पा रही हूं। 2011 में होनेवाली इस प्रकार की व्‍यस्‍तता का कुछ अंदाजा तो मझे पहले से था , पर एकाएक लिखन...
वापसी की यात्रा पहाड़ से उतरने वाली थी। सभी धड़ल्ले से उतर रहे थे। सुमीत भी एक झटके में ही नीचे उतर आया। रास्ते में मुझे एक कोटपुतली राजस्थान के श्रद्धालु मिले। उनकी चुंदड़ी वाली पगड़ी देख कर उनसे कुछ बात चीत...
अमरीका में दो बहनें ग्लेडिस और जेमी उम्र क़ैद की सज़ा काट रही हैं. उन्हें अनिश्चितकाल के लिए रिहाई मिल सकती है लेकिन इसके लिए प्रशासन की एक अजीबो-ग़रीब शर्त है. शर्त ये है कि अगर ग्लेडिस स्कॉट बड़ी बहन ज...
मेरा नाम मत लेना सिर्फ उस एक हिन्‍दी ब्‍लॉगर का नाम बतलायें, जो आपको बिल्‍कुल पसंद नहीं है और आप उसका नाम लेने का साहस रखते हैं। बहादुर हिन्‍दी ब्‍लॉगरों को एक जनवरी दो हजार ग्‍यारह के दिन प्रशस्ति पत्र स...
Everyday is a celebration because instead of waiting for happy endings, we open our eyes to the wonder of life, to see the humour and magic in each moment. Delighted in the way things turn out, amaz...
क्रिकेट एक बल्ले और गेंद का दलीय खेल है जिसकी शुरुआत दक्षिणी इंग्लैंड में हुई थी। इसका सबसे प्राचीन निश्चित संदर्भ १५९८ में मिलता है, और अब यह १०० से अधिक देशों में खेला जाता है।क्रिकेट के कई रूप हैं; 
इसका...
बैचलर ऑफ एजूकेशन बीएड की फीस सत्र 2010-11 में भी 25 हजार रुपए ही रहेगी। प्रदेश के मूल निवासियों के साथ ही बाहरी राज्यों के लिए भी यही फीस रहेगी। कोई भी कालेज छात्रों से 25 हजार से अधिक फीस नहीं ले सकता। शि...
जाते हुए वर्ष २०१० को , एक मधुर स्मृति के साथ विदाई देता यह लेख , जो देश के बच्चों को समर्पित है। कितना भी व्यस्त रहे लेकिन बच्चों का स्मरण करना मत भूलिए। ये ही तो देश का भविष्य हैं और इनका बचपन ही हमारे...
राजधानी के शोधार्थियों को अब शोध के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। राजधानी में ही उन्हें शोध के सारे दस्तावेज और अभिलेख उपलब्ध हो जाएंगे। छत्तीसगढ़ पुरातात्विक विभाग के प्रयास से सप्ताह के अंत तक इन दस्तावेजों...
Share मन की ज्वाला रोक सखी अश्रु की धारा रोक सखी क्यों शोक भार से चूर्ण सखी ? धैर्य की डोर ना छोड़ सखी ! कटु बोल सब भूल सखी मरहम की कोई ले ओट सखी विकार न जला डालें तुझको तम-वर्षा को ब...
लाइव ट्रेलर को भी आप सब प्यार दें.
हिन्दुस्तान का दर्द मंच का निर्माण लगभग 2 साल पहले किया गया था,इसका मुख्य उद्देश्य हिंदी के लेखकों एवं पाठकों को एक ऐसा मंच उपलब्ध करना था जो की रचनात्मकता से भरा हो जो देश की समस्याओं एवं दर्द की बात कर..

नया साल बस दो कदम की दूरी पर है. अरे, २०१० कैसे बीत गया पता ही नहीं चला. यही हमारी नियति है. हम अक्सर जीतने का दंभ पाले रहते हैं, पर समय हर बार पटकनी देते रहता है. हम समय से नहीं जीत सकते. उसे नहीं रोक पा...
एक वर्ष और बीत गया , कुछ भी नया नहीं हुआ , हर बार की तरह इस वर्ष भी , नया साल मनाया था , रंगारंग कार्यक्रमों से सजाया था , खुशियाँ बांटी थीं सब को , कठिन स्थितियों से जूझने की , बीती बातें भुलाने की , कसमें ...
राजकुमार साहू, जांजगीर, छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण को दस साल हो गए हैं और प्रदेश ने विकास के कई आयाम गढ़े हैं, लेकिन पुलिस की चुनौती कहीं से कम नहीं हुई हो, नजर नहीं आती। प्रदेश के हालात को देखें त...
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 
 

Read more...

इंजतार खत्म, अब मिलेगी नौकरी-क्या करें जब आपसे पूछा जाए कि आप कितना वेतन चाहते हैं? - ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Wednesday, December 29, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज </a>
 
प्रदेश सरकार के उत्कृष्ट खिलाड़ियों का एक साल का लंबा इंतजार अब खत्म हो जाएगा। सरकार ने इन खिलाड़ियों के भर्ती नियम जारी करते हुए इसका राजपत्र में प्रकाशन कर दिया है। राजपत्र में प्रकाशन न होने के कारण ही ख...
 
तालेख : तेरा वैभव अमर रहे माँ...मगर कचरे में ?
गाय* *के सवाल पर मैं निरंतर कुछ न कुछ लिखता रहता हूँ. यह बता दूं कि मैं धार्मिक नहीं हूँ. पूजा-वगैरह में कोई यकीन नहीकरता. मंदिर भी नहीं जाता. भगवान् के सामने हाथ जोड़ने की ज़रुरत ही नहीं पडी, क्योंकि मे...
 
विरोध प्रदर्शन नहीं होते तो आज जेसिका, प्रियदर्शिनी और रुचिरा के हत्यारे जेल में नहीं होते * डा. बिनायक सेन को देशद्रोह के आरोप में उम्र कैद की सजा पर कुछ बुद्धिजीवियों का तर्क है कि यह फैसला कोर्ट का ह...
 
बतला नहीं रहा हूं जानना चाह रहा हूं या मान सकते हैं पूछ रहा हूं क्‍या है आपके पास ऐसी कोई सूची मन में ही हो तो भी जारी कीजिए नव वर्ष में हिन्‍दी ब्‍लॉगिंग को सार्थकता प्रदान कीजिये पंगे लेना ध्‍येय नहीं 

हमें पेंड्रारोड़ के पड़ाव को छोड़ना था और जाना था बांधवगढ की ओर। होटल पहुंच कर सामान उठाया चल पड़े मंजिल की ओर। वेंकट नगर से हमने मध्यप्रदेश में प्रवेश किया। अनूपपुर होते हुए शहडोल पहुंचे। रास्ते में चचाई पा...
 
हर किसी की जिंदगी मै एक मकसद होता है ! खुद बेवफा हो लेकिन तलाश वफ़ा की रखता है !! अगर हम दिल से ये चाहते हैं की हम अपने देश मै अमन का पैगाम लाये तो हमें सबसे पहले अपने...
 
भाई, बिनायक सेन कौन है ?
पिछले कुछ महीनों से लगातार और पिछले दिनों से बार बार पूछ रहा हूँ मैं छत्‍तीसगढ़ के गांवों से , गांवों में रहने वाले रोग ग्रस्‍त, गरीब ग्रामीणों से, बस्‍तर के जंगलों से, जंगल में रहने वाले लंगोटी पहने आदिवास...
 
साल की शुरुआत कैसी हो, जब यह हमे ही तय करना है तो क्याें ना कुछ अच्छे से ही आरंभ करें. रोज ना सही महीने या साल मे तो कुछ अच्छा कर ही सकते हैं। इस अच्छा करने की सीधी सी परिभाषा है जिस काम को करके आप के मन क...
 
इ ओ डब्ल्यू ने आज बैकुंठपुर के सी ऍम ओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर के सात ठिकानो पर छापे की कारवाई में ४ करोड़ से अधिक की अनुपातहीन संम्पत्ति का खुलासा हुआ है.
 
कई बार योग्यताओं पर खरा उतरने के बाद नौकरी का तय होना वेतन के मुद्दे पर आकर अटक जाता है। जैसे ही आप सोचने लगते हैं कि इंटरव्यू सफलतापूर्वक संपन्न हुई, आपसे प्रश्न पूछ लिया जाता है कि आप कितना वेतन चाहते है...
 
पत्रकारिता को एक सम्मानजनक पेशा माना जाता है। एक स्वस्थ तथा रचनात्मक समाज की स्थापना तथा सुरुचिपूर्ण जनमत के निर्माण में पत्र और पत्रकारों की अग्रणी भूमिका होती है। सभ्य और सुसंस्कृत समाज के लिए निष्पक्ष ए...
 
हूँ एक ऐसा हतभागी , दुनिया ने ठुकराया जिसे , वे भी अपने न हुए , विश्वास था जिन पर कभी , सफलता कभी हाथ नहीं आई , असफलता ने ही माथा चूमा , साया तक साथ छोड गया , तपती धूप में जब खडा पाया , कभी सोचा भाग्य ही खरा...
 
गोवा की रंगीनियाँ क्रिसमस में
राजेश,शशि, नवनीत,निखिल और मैं मैने अपनी रेल यात्रा के संस्मरण कई बार लिखे हैं....मेरी विदाउट रिजर्वेशन और विदाउट टिकट वाली यात्रा संस्मरण पढ़, समीर जी ने टिप्पणी भी की थी."*अब कुछ और बचा हो जैसे रेल की ...
 
अगर, आप अपने नौनिहाल को अंतरराष्ट्रीय स्कूल में पढ़ाने का सपना देखते हैं, तो आपको कम से कम करोड़पति होना पड़ेगा। वजह-मुंबई के इंटरनैशनल स्कूलों की प्रिप्राइमरी कक्षाओं की फीस लाखों में पहुंच चुकी है। एनबीट...
 
बिनायक पर हंगामा क्यों ?* *डॉ वेदप्रताप वैदिक* *डॉ. *बिनायक सेन को लेकर देश का अंग्रेजी मीडिया और हमारे कुछ वामपंथी बुद्धिजीवी जिस तरह आपा खो रहे हैं, उसे देखकर देश के लोग दंग हैं। इतना हंगामा तो प्रज...
 
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 
 

Read more...

समाज का संगीत: समाजशास्त्र-तोर बाली हे उमरिया -ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Tuesday, December 28, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
राजधानी रायपुर में पहली बार हो रही अंतर रेलवे तीरंदाजी में खेलने के लिए अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज डोला बैनर्जी सहित एक दर्जन से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज आएंगे। यहां पर तीन जनवरी से मुकाबले होंगे। रायपुर र...
 
टाइम्स ऑफ इंडिया के आज के फ्रंट पेज पर एक समाचार है: SC woman judge lists daughters as 'liabilities'. समाचार के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय की एक न्यायाधीश ने सर्वोच्च न्यायालय की आधिकारिक वेबसाइट पर सम्पत्त...
 
मेरे एक ईमेल मित्र के द्वारा भेजी गई ईमेल पर जरा गौर करेः 60 साल में इतने घोटाले यानी कि राजनेताओ ने एक यही काम पूरे मन से किया - कौन कहता है कि नेता काम नहीं करते Republic Of Scams The latest issue of I...
 
कांग्रेस ने पार्टी के १२५ वर्ष पूरे होने पर प्रकाशित एक किताब में यह साफ़ तौर पर कहा है कि पाक दुश्मन है और चीन पर भरोसा नहीं है. किताब में अफगानिस्तान में अमेरिका द्वारा लड़ी जा रही लड़ाई से पाकिस्तान को फ...
 
कल तेरे शहर की हवा ने दस्तक दी मेरे दरवाज़े पर ना जाने किसने राह दिखाई कैसे खबर हुई ,किसने पता बताया* *गुमनाम पता कौन ढूँढ लाया * *क्या तुम जानते थे मैं कहाँ हूँ ? ..............................**...........
 
शाम हो रही थी। शोण कुंड के पास ही साप्ताहिक हाट लगा हुआ था। छत्तीसगढ में सुदूर अंचल के गावों में साप्ताहिक हाट लगना सामान्य बात है। यहां पर लोग अपने रोजर्मरा के काम आने वाले सामान खरीद लेते है सप्ताह भर क...
 
मन के मिलौना मिलत नईये ना मन के मिलौना मिलत नईये गा कहाँ गेहे संगवारी करौंदा दिखत नईये ना कहाँ गेहे संगवारी करौंदा दिखत नईये ना ये दिखत नईये गा ये दिखत नईये गा तोर बाली हे उमरिया करौंदा बतावव काला वो तोर ब...
 
जब भी कोई मुझसे पूछता है मैं क्या पढ़ाती हूँ या मैंने किस विषय में पढाई की है और मैं कहती हूँ मैं समाजशास्त्र पढ़ाती हूँ तो अधिकांशत लोगों की यही प्रतिक्रिया होती है ये कौनसा विषय है ? क्या ये भी पढाये ज...
 
बाल मजदूरी कानून".. किसका अभिशाप? किसका वरदान?
"बाल-मजदूरी कानून".. किसका अभिशाप? किसका वरदान? गजब के घटिया कानून है देश के: एक समृद्ध परिवार का बच्चा जिसकी परवरिश बड़े अच्छे ढंग से हो रही है, अपने स्कूल और पढाई छोड़ कर टी.वी. सीरियल या फिल्म में काम क...
 
रायपुर से 15 कि.मी. दूर माना कैम्प स्थित वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्धों से आज मुलाकात हुई . मै पहली बार इस आश्रम में पहुंचा था . मुझें यह कहने में कतई संकोंच नहीं कि यह प्रेरणा मुझे छत्तीसगढ़ भवन दिल्ली म...
 
जगदीश्वर चतुर्वेदी- आम तौर पर हिन्दी में पढ़े लिखे लोग गालियों का खूब प्रयोग करते हैं। हम उसे तरह-तरह से वैध बनाने की कोशिश भी करते हैं। लेकिन कायदे से हमें अश्लील भाषा के खिलाफ दृढ़ और अनवरत संघर्ष आ...
 
कालेज और यूनिवर्सिटी में लेक्चरर बनने के इच्छुक पीएचडी धारकों के लिए एक अच्छी खबर है। 31 अक्तूबर, 2009 से पहले के पीएचडी धारकों को अब नेट अनिवार्य तौर पर पास करने से छूट मिल गई है। मगर उन्हें यह छूट कुछ शर...
 
स्थापना दिवस पर कांग्रसियों ने स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया
 
 
 
  अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 

Read more...

कलमाड़ी जी यह तो कर्मों की सजा हे -आजीवन कारावास -ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Friday, December 24, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलक रुस्तम सारंग का कहना है कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का वह सपना सपना साकार कर सकते हैं जिसमें मुख्यमंत्री चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ का कोई खिलाड़ी ओलंपिक में पदक जीते। लेक...
मनमोहन सिंह प्रधानमत्री जी के बुरे वक्त के साथी राव मंत्रिमंडल में मनमोहन जी के रक्षक रहे सुरेश कलमाड़ी जी को कुछ नहीं होने पर भी प्रधानमन्त्री जी ने बहुत कुछ बनाया और कोमनवेल्थ गेम के लियें कलमाड़ी जी को ..

धर्म को जनमाध्यमों के जरिए प्रक्षेपित करने के साथ ही, धर्म अब निजी मसला नहीं रह जाता। यह अंधलोकवाद का अंग बनकर लोकवादी (मासकल्चर) संस्कृति की इकाई के तौर पर भूमिका अदा करने लगता है। जनसमाज में धर...
(हा~हा की हंसी) हो~~ छनर छनर पैरी बाजे छनर छन~अ~~~र खनर खनर चूड़ी~~~~~ हंसात फुलकत मटकत रेंगय बेलबेल्हीन टुरी हंसात फुलकत मटकत रेंगय बेलबेल्हीन टुरी हो~~ छनर छनर पैरी बाजे खनर खनर चूड़ी हंसात फुलकत मटकत रेंग...
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के स्कूलों में अगले सत्र से जीवन विद्या और नैतिक मूल्यों की शिक्षा देने का फैसला किया है। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अगले शि...
अंकुर जरूर फ़ूटेंगे एक दिन
मै तो कल भी वही थी और आज भी तुम ही ना जाने किस मोड पर मुड गये अब खाली मोड ही रोज चिढाता है मगर आस का दीप अभी बुझा नही है शायद किसी गोधुलि वेला मे तुम आओगे जीवन को मुकाम देने और अपने नेह को आयाम देने...
2 कामराज लेन, दिल्ली... 2 ए मोतीलाल नेहरू मार्ग, दिल्ली... 2 रेसकोर्स रोड, बैंगलुरू... इन तीनों पतों में आपको कॉमन क्या लगा...जी ठीक पहचाना 2 नंबर...यानि 2 नंबरी... अब देखिए इन पतों पर कौन कौन रहता...
नमस्कार, दिल है कि मानता नहीं है, बुढापे में शरीर साथ न दे बिनाई कमजोर हो जाए, लेकिन दिल जवान रहता है। मैने दिल्ली में एक बस लिखा हुआ पढा था कि "कौन कहता है बुड्ढे ईश्क नहीं करते। ईश्क करते हैं पर लोग शक...
आज दिल थाम के बैठें पेश ए खिदमत है "अमन के पैग़ाम पे सितारों की तरह चमकें की इक्कीसवीं पेशकश..जनाब डॉ अनवर जमाल साहब जिनका कहना है. …. रहता है जिसके दिल में प्यार सदा, वह करता है ज...
अलसी चेतना यात्रा प्रथम
हमारी पहली अलसी चेतना यात्रा कोटा से दिनांक 28 नवंबर, 2010 को प्रातः 5 शुरू होकर उदयपुर, सागवाड़ा, बांसवाड़ा, इन्दौर, माण्डू, उज्जैन, देवास, सिंहौर, सागर और विदिशा होती हुई दिनांक 14 दिसंबर, 2010 को साय ...
कुछ हाइकु : डॉ0 सुधा गुप्ता
यादें *[ डॉ0 सुधा गुप्ता जी के कुछ हाइकु उन्हीं की हस्तलिपि में ]* ज़ख़्म जीवन एक कला है । साहित्य उसी का सहज मार्ग है । सम्पूर्ण विश्व सुखी हो , यही सच्चे मानव का प्रयास होना चाहिए। रामेश्वर काम्बोज 'हि...
रायपुर   कोर्ट   नेनारायण  सान्याल  , विनायक  सेन  व्  पियूष  गुहा  को  नक्सालियों   के  साथ  सम्दंध  रखने  के  आरोप   में  देशद्रोह  करार  देते  हुए  आजीवन  कारावास 
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 

Read more...

मैं हैरान हूँ- पत्रिका की ये कैसी पत्रकारिता- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Thursday, December 23, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
पत्रिका की ये कैसी पत्रकारिता
अपने राज्य के बिलासपुर में दैनिक भास्कर के एक पत्रकार साथी सुशील पाठक की हत्या हो गई। इस खबर को राज्य के हर अखबार से प्रमुखता से प्रकाशित किया, लेकिन हाल ही में रायपुर से प्रारंभ हुए राजस्थान पत्रिका के पत...
कोटा के वकीलों के साथ सरकार का एक और धोखा
कोटा के आंदोलनरत वकीलों की आपसी फुट के चलते सरकार के होसले बुलं हो गये हें और सरकार ने कोटा में आज २४ दिसम्बर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर खोली जाने वाली राज्य उपभोक्ता फ़ोरम की सर्किट बेंच का कार्यक्रम रद्द...
प्रियतम तव दर्शन आशा से खोले हृदय कुटी के द्वार , सोच रही थी कब वे आवें करूँ तभी मन भर मनुहार ! भरा हुआ उत्साह हृदय में दर्श लालसा का उन्माद , उत्कण्ठा थी प्रति पल-पल पर मन आँखों में वाद विवाद ! होती य...
रोहतक के तिलियार में राज भाटिया जी ने साबित कर दिया कि वे यारों के यार हैं। लोगों के पास अपने परिवार और रिश्तेदारों के लिए मिलन कार्यक्रम करने का समय और साधन नहीं होता। लेकिन राज भाटिया जी ने ब्लागर्स से ...
आज कुछ काम से गूगल पर खोजबीन चल रही थी, कुछ चित्रों को देखा तो नेताओं से सम्बंधित बहुत से कार्टून पसंद आये। उनमें से कुछ आपके लिए यहाँ लाये हैं। सभी कार्टून चित्रों के मालिकों, अधिकार रखने वालों के प्रति ...
कुछ राज़ की बातें
कुछ मित्रों का संदेश देखने के लिए फेसबुक पर गया तो वहां अचानक ही मुलाक़ात हुई मनसा आनंद जी से उनकी पोस्ट का शीर्षक बहुत तेज़ी से बुला रहा था. लिखा था *सोना सर्वाधिक प्राण ऊर्जा को अपनी और आकर्षित करता है...
''आज प्रीतिश नंदी जी का यह लेख भास्कर के माध्यम से पढने को मिला इस लेख ने मुझे काफी प्रभावित किया,वैसे तो अधिकतर पाठकों की नजर से यह बचा नहीं होगा,लेकिन उस पाठकों के लिए हम इसे यहाँ लेकर आ रहे है जो इसे..

एक कोशिश
Share तमस भाव से अंतस जब पूरित होगा रूप बदलते जीवन से नभ भी भरमाया होगा कुंठाए फैलेंगी चहुँ ओर विकारों के दल दल में बोलो कैसे प्रेम सृजित होगा ? कैसे दुख छिप जायेगा कैसे आहें थम पाएंगी ? शब्दो...
प्याज को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार की चुस्ती-फुर्ती देखकर मन गदगद हो गया। आनन- फानन में 400 सरकारी केंद्रों पर प्याज की ब्रिकी भी शुरू कर दी गई। लेकिन द..
मैं हैरान हूँ
रूद्र जी रिपोर्ट कार्ड के साथ*  मैं हैरान हूँ कल तक मैं कह रही थी कि मेरा बेटा पढ़ने में फिसड्डी होता जा रहा है और आज उसका रिजल्ट देखा तो बोलती तो बंद है लेकिन खुराफाती दिमाग कुछ न कुछ संशय पैदा कर...
बेहद अक्लमंद अलीबाबा जंगल पहाड़ और गुफाओं की खाक छानता घूम रहा है, उसके पास खुल जा सिम सिम का राज भी है और उसे ये भी पता है कि किस गुफा मैं लूट का खजाना पड़ा है ! मगर गुफा का दरवाजा है कि उसके लाख खुल...
हम जिस व्यवहार की अपेक्षा नही करते किसी दिन वैसा हमारे साथ हो जाए तो? कई दिनो तक ना तो हम ठीक से सो पाते है और ना ही उस व्यक्ति को भूल पाते हैं. हम भी तो पूरे साल जाने-अंजाने में कितने लोगों से अप्रत्याशित...
जेल में सजा काट रहीं इंटरमीडिएट पास महिला कैदी अब शिक्षिका बनेंगी। ये महिला कैदियों के साथ जेल में रहे उनके तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को पढ़ाएंगी। बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार में योजना की शुरुआत हो...
राज्य सरकार ने खिलाड़ियों को मालामाल करने के बाद अब राष्ट्रमण्डल और एशियन खेलों के पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में सेवाएं देने के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा...
पिछले दिनों एक ब्‍लॉगर दोस्त ने पैसालाइव डॉट कॉम का लिंक भेजा, और लिखा हुआ था प्रत्येक माह कमाएं नौ हजार से ज्यादा रुपए, पहले पहल तो यकीन नहीं आया, लेकिन पूरी पॉलिसी पढ़ने के बाद समझा में आया कि असली बात...
वर्तमान दौर लघुकथा लेखन का है। पूर्व में किसी भी पत्रिका में सद-विचार या चुटकुले प्राथमिकता से पठनीय होते थे। लेकिन आज इनका स्‍थान लघुकथाओं ने ले लिया है। लघुकथाएं जहाँ भारत में भी अपना स्‍थान बना रही है ...
कल बात अधूरी रह गई थी। अचानक याद आया कि कवि सम्मेलन के स्मृति चिन्ह लेने दरीबां जाना है। लेकिन स्मृति चिन्ह पर लिखाई यानि फॉन्ट पसन्द नही आया। इतना बडा और बोल्ड कर दिया था कि नीचे प्लेट की चमक (ग्रेस/शाईनि...
संकीर्ण व्यक्ति अपने सीमित दायरे के अन्दर रह कर कुढ़ता, खींजता, चिडचिड़ाता रहता है और ऐसे व्यक्तित्व के धनी तरह तरह की त्रासदी भुगतते रहते है और वह कभी प्रगति नहीं कर पाता है ...यह कटु सत्य है . एक कुंआ था...
काली कॉफी में उतरती सांझ
थके कदमो से... घर के अंदर घुसते ही बत्ती जलाने का भी मन नहीं हुआ खिड़की के बाहर उदास शाम, फ़ैल कर पसर गयी है मुस्कुराने का नाटक करने की ज़रूरत नहीं आज जी भर कर जी लूं, अपनी उदासी को ** कब मिलता है...
क  2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में जिस तरह से मीडिया जगत पर कालिख पुती है वह मालिकों के लिए नया सबक हो लेकिन पत्रकारों के लिए किसी शर्मिन्दगी से कम नहीं है। विज्ञापन के नाम पर खबरें बेचे जाने की सोच ने इस चौथे स्त...
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

Read more...

राजधानी दिल्ली -- बलात्कारी दिल्ली-सूखे देश में राष्ट्रपति जी का हरित क्रांति का सपना -ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Wednesday, December 22, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
प्रदेश का खेल विभाग भी मप्र का अनुशरण करते हुए खिलाडिय़ों को फायदा पहुंचाने वाले अनुदान नियम बनाने की तैयारी में है। अगर ये नियम प्रदेश में लागू हो जाते हैं तो खिलाडिय़ों पर पैसों की बारिश होने लगेगी। मप्र क...
 
मानसून , बेमोसम बरसात ,प्राक्रतिक आपदा,मोसम की मार ,रेगिस्तान सहित अन्य समस्याओं से जूझ रहे इस देश में राष्ट्रपति महामहिम पतिभा पाटिल हरित क्रांती लाना चाहती हे , कल उदयपुर में उन्होंने देश की स्थिति पर चि...
 
बड़े ही शर्म की बात है की जिस देश की राष्ट्रपति महिला हैं। UPA की अध्यक्ष भी महिला हैं और दिल्ली की मुख्य मंत्री भी महिला हैं, वहाँ भी बच्चियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और दिनों दिन बलात्कार की घटनाएं 
 
प्‍याज ही खुशीप्‍याज ही खुशी प्‍याज जिंदगी प्‍याज है तो प्‍याजप्रसन्‍न हैं सब आगे पढि़ए अब 
 
किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह अरविन्द विद्रोही राजनीति के ऐसे श्लाका पुरूष चौधरी चरण सिंह जिन्होंने अपने सम्पूर्ण जीवन काल में देश के दलितों,पिछड़ों,गरीबों और किसानों की बेहतरी के लिए संघर्ष किया,राजन...
 
'आत्महत्या' शब्द के बारे में वार्तालाप में निरंतर चर्चा होती रहती है। अत: ऐसा सोचा जा सकता है कि इसके बारे में सब जानते हैं और इसकी परिभाषा देना फुजूल है। वास्तव में रोजमर्रा की भाषा के शब्द और उनसे जो अव...
 
चिट्ठाजगत आया, ब्‍लॉगर खुश जी हां अब स्‍वस्‍थ है आनंदित है आप भी आनंदित हो आयें चिट्ठाजगत पर अपनी पोस्‍टें अपनी नहीं सबकी पोस्‍टें देखें पढ़ें और टिप्‍पणियायें आप सभी को चिट्ठाजगत की वापसी की श...
 
प्रिय ब्लॉगर मित्रो, प्रणाम ! *ब्लॉग 4 वार्ता* के इस मंच से आज सीधे चलते है ब्लॉग वार्ता की ओर ! सादर आपका * * *शिवम् मिश्रा* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

एक समाचार 22/12/2010 छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने आज यहां अवंति विहार स्थित निगम के नए कार्यालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री चंद्रशेखर सा...
 
मन की अगन को बढा देती हैं काम , क्रोध, मोह , लोभ की आहुतियाँ . बढ़ाना है गर इसको तो बहानी होगी प्रेम की निर्मल धारा . बढाने के दो अर्थ हैं -- १--- अधिक करना २-- बुझाना 
 
जान...आज जाने कितने साल हो गए तुम्हें एक नज़र देखे हुए. अभी अभी लॉन्ग ड्राइव से लौटी हूँ. ड्राइविंग लाइसेंस एक्सपाइर होने वाला है, उसको रिन्यू कराने के पहले के कई सारे कागजातों का पुलिंदा है, मेडिकल सर्टिफ...
 
नये साल की नयी सुबह आने को है उम्मीदे फिर नये ख्वाब सजाने को है सज गये है बाजार फिर से खुशियों के कुछ नये खरीदार दाम लगाने को है कैसा रहेगा नया साल आपके लिये भविष्यवक्ता फिर से ये बताने को है सुकून लायेग...
 
पहली बार इतना बड़ा घोटाला, पहली बार अदालत में पीएम ने दिया जवाब, पहली बार संसद का एक पूरा सत्र नहीं चला और शायद पहली बार पीएसी और जेपीसी को लेकर इतना हंगामा हो रहा है.... विपक्ष और सरकार की इतनी ज़्यादा ट...
 
तलवारें हैं कागज की पर जुल्म मिटाने निकले हैं अपनी बस्ती मे देखो ये कुछ दीवाने निकले **हैं* * अत्याचारों की ये लंका आखिर कब तक चमकेगी पवनपुत्र-सी हिम्मत लेकर आग लगाने निकले हैं * * जहाँ कहीं अन्याय दिखे त...
 
 
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 

Read more...

खुशबुओं का सौदागर -ओ स्त्री...बच के तुम जाओगी कहाँ....भला...!!??- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Tuesday, December 21, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
पश्चिम बंगाल के शिक्षाजगत में वफादारों और बाहुबली गिरोहों में जंग छिड़ी हुई है। राज्य में छात्रसंघ चुनावों का सच है कि वाम छात्र संगठन अपने विरोधी को नामांकन जमा नहीं करने देते। फलतःहिंसा हो रही है। एक-दू...
 
नमस्कार, पैट्रोल के दाम बढने का सीधा असर बाजार पर हो रहा है। मंहगाई बढते जा रही है। प्याज और लहसून के दाम तो आसमान छू रहे हैं। जब से कांग्रेस सरकार ने दिल्ली की गद्दी संभाली है। तब से रोजमर्रा के सामानो...
 
यूँ बेतहाशा भागने से कवायद नहीं होती रोज घूँट घूँट पीने से तरावट नहीं होती। चुप रहते जब कहते हो क्या खूब कहते हो लब हिलते हैं, आवाज सी रवायत नहीं होती। ज़ुदा हुआ ही क्यों कमबख्त हमारा इश्क़ आह भरते हैं ...
 
अपनी जगह किसी दूसरे को बैठाकर परीक्षा दिलाना तीन लड़कियों को भारी पड़ गया और काउंसिलिंग के दौरान कारनामा सामने आ गया। नतीजा, अधिकारियों की शिकायत पर हवाई अड्डा थाना पुलिस ने तीन लड़कियों को गिरफ्तार कर लिय...
 
तुम्हारे दंभ को हवा नहीं देती हूँ तुम्हारी चाहतों को मुकाम नहीं देती हूँ अपने आप में मस्त रहती हूँ संक्रमण से ग्रसित नहीं होती हूँ तुम्हारी बातों में नहीं आती हूँ बेवजह बात नहीं करती हूँ तुम्हारे मानसिक ...
 
बाहरी दिल्ली के नरेला में एक फेक्ट्री में लिफ्ट में फसने से के व्यक्ति कि मोत हो गयी...हादसा इतना भयानक था कि फेक्ट्री में काम कर रहे प्रमोद नाम के उस शख्स का सर से धड हो अलग हो गया...इस मजदूर का सिर...
 
उनकी ख़ामोशी को समझना उनको समझने से भी मुश्किल काम है... * * * *क्या है यह ख़ामोशी? क्यूँ ये सुनाई सी देती है? ख़ामोशी जितनी लम्बी हो उतनी ही तेज़ सुनाई देती है, मगर इसकी आवाज़ में लफ्ज़ नहीं होते, यह सुबक...
 
पूरा पत्रकार जगत,कारपारेट जगत,पूरा राजनैतिक क्षितिज राडिया की दलाली में खुलासे से लाल-पीला हो रहा है।ऐसा लग रहा है,जैसे राडिया ने कोई नया कार्य किया हो।कभी भी राडिया के द्धारा किये कार्यों को जायज नहीं मान...
 
दुनिया उसे खुशबुओं के सबसे बड़े संग्रहकर्ता के रूप में जानती थी. हर साल वो एक महीने के लम्बे टूर पर निकलता और दुनिया के अनछुए कोनों तक सफ़र करता...तरह तरह के इत्र इकठ्ठा करता. उसका इत्र खरीदने का तरीका भी ...
 
हर रोज़ सवेरे उठता हूँ, खिड़की से बाहर तकता हूँ, सोचता हूँ - पौधों में कली लगी होगी, अपनी बगिया भी सजी होगी, हर तरफ फिजा छाई होगी | और शायद तू आई होगी | पर ये हवा बहार नहीं लाती है, हर रोज़, तू नहीं आती है ...
 
भग मानसिक रोगी होने की सीमा तक भारतीयता को भुला बैठे हों। जिस देश के अधिकांश राजनेता और अधिकारी, "बेशर्म, बेईमान, बेदर्द और मूर्... 
 
शाबास सचिन--- यद्यपि क्रिकेट के बदशाह सचिन तेन्दुलकर की ५०वीं सेन्चुरी पर फ़िर उन्हें”भारत-रत्न’ प्रदान करने की आवाजें उठने लगी हैं, परन्तु हम इस बात पर उन्हें इस सम्मान के अधिकारी नहीं समझते, यह उनका अप...
 
कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी , दिग्विजय सिंह के , ATS chief स्वर्गीय करकरे जी के सन्दर्भ में बयान ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ जंग को गहरी ठेस पहुंचाई है। माननीय चिदंबरम जी " भगवा-आतंक " द्वारा पहले ही काफी शोह...
 
कदमों के निशां . जन्म के बाद की आनिश्चितताएँ और जीवन के अंतिम पड़ाव से पहले सांसों के इस सफ़र में मेरी जिन्दगी जिन राहों से गुजरेगी मुझे तय करना है .... कि..... उन राहों पर मेरे कदमों के निशां रहेंगे या नहीं...
 
ओ स्त्री...बच के तुम जाओगी कहाँ....भला...!!??
ओ स्त्री...बच के तुम जाओगी कहाँ....भला...!!??* *एय स्त्री !!बहुत छट्पटा रही हो ना तुम बरसों से पुरुष के चंगुल में…* *क्या सोचती हो तुम…कि तुम्हें छुटकारा मिल जायेगा…??* *मैं बताऊं…?? नहीं…कभी नहीं…कभी भी नह...
 
चटक चांदनी फीकी सुबहें मौसम का अंदाज़ है सुबह हवा ने ...बतलाया था सूरज कुछ नाराज़ है धुंध लपेटे चुप पड़ा है बड़ा बिगड़ा नवाब है
 
 
 
 
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 

Read more...

पांच सौ का नोट--काला कोट और दो छक्के -देश भर के वकील जुटेंगे राजधानी में-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Monday, December 20, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
छत्तीसगढ़ की जमीं पर २२ दिसंबर से होने वाली वकील क्रिकेटरों की जंग में खेलने के लिए लंकाई चिते भी आएंगे। स्पर्धा में लंकाई वकीलों की टीम मुख्य आकर्षण होगी। यह टीम २१ दिसंबर की रात को राजधानी पहुंच जाएगी। 
 
आख़िर कार यू पी के खेल मंत्री अयोध्या प्रसाद ने अपनी गलती मानते हुए माफ़ी मांग कर खिलाड़ी सुधा सिंह को फिर से प्रदेश की तरफ से खेलने के लिए राज़ी कर ही लिया है. शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में इस ...
 
सत्येन्द्र झा उसकी हत्या की सनसनी खबर पूरे शहर में फैल गयी थी। पुलिस हत्यारे की तलाश में जुटी हुई थी लेकिन चार महीने तक सघन खोज-बीन के बावजूद अपराधी पकड़ में नहीं आ सका। आक्रोशित लोगों ने शहर में चक्का...
 
नई कलम- उभरते हस्ताक्षर ब्लॉग मंच की कवियत्री शिखा वर्मा "परी" ने अपना ग़म साझा किया हमारे साथ, वो ग़म मैं अपने पाठकों के साथसाझा कर रहा हूँ- "धूप सी जमी है मेरी साँसों में, कोई चाँद को बुलाये तो रात हों" ...
 
शाम से ही तैयारी होने लगी, दुल्हा सजने लगा, साथ में बाराती भी, हम भी सज लिए, लेकिन हमारा सजना भी क्या सजना, जब आएगें सजना तो होगा सजना। फ़िर भी सज ही लिए पद्मसिंग के साथ,रात शादी और फ़ेरे थे, बारात निकली बै...
 
धार्मिक नेताओं को सजा देने या सुनाने का अधिकार कितना खतरनाक हो सकता है इसका ताजा उदहारण बंगला देश की इस घटना से मिल सकता है . बांग्लादेश के मुस्लिम धार्मिक नेता ने एक महिला को बेंत मारने की सजा दी जिसम...
 
बहुत कविता कर ली, पर चैन नहीं आया..... ख़बरें और आ रही है..... दिल को झंझ्कोर कर रख रही है..... वास्तविकता है ...... चुटकियाँ है.... अरे नहीं आपके लिए नहीं .......... पर दौलतमंद दलालों के लिए तो मात्र चुट...
 
बस्‍तर लोक के चितेरे हरिहर-खेम वैष्‍णव को हर वो शख्‍श जानता है जो छत्‍तीसगढ़ के बस्‍तर से प्रेम करता है। बस्‍तर संस्‍कृति, भाषा व परम्‍पराओं के दस्‍तावेजीकरण एवं संरक्षण-सर्वधन में वैष्‍णव परिवार के योगदान...
 
एक कफस में कैद बुलबुल ने बताया कान में एक आज़ादी के बदले मिल गया क्या -क्या नहीं । अब रहा डर भी नहीं सैयाद का शायर मुझे घोसले के वास्ते चुनना मुझे तिनका नहीं । व्यर्थ था वन वन भटकना , गुनगुनाना शाख शाख आदमी क...
 
दोस्तों यह मेरा देश हे यहाँ आलू प्याज के दाम पर पहले सरकारें बदल जाया करती थीं लेकिन अब रोज़ प्याज के आंसू बहाने के बाद भी गरीबों को न्याय नहीं मिल पा रहा हे , हमारे देश में कहावत थी के गरीब दो रोटी पर प्य...
 
रचना (9 एपिसोड हिन्दी पाडकास्ट) धारावाहिक रचना प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य, मातृत्व कल्याण एवं पोषण पर आधारित 9 एपिसोड की एक धारावाहिक श्रृंखला है।जिसके लेखक डा.आर.के.टंडन हैं। इसका निर्माण केयर इंडिया द्वार...
 
हां पूछने वाला पहला सवाल तो यही करेगा कि ब्लॉगवाणी के नाम लव लेटर ..क्यों भाई ..आखिर लव लेटर ही क्यों और वो भी किस हैसियत से । कमाल है अब ये भी आपको बताना पडेगा क्या ..कमाल है ब्लॉगर हैं तो खुद बखुद समझि...
 
चीन के इशारे पर नाचता नेपाल
(प्रायोजित काररवाई: तिब्बती *शरणार्थी* पर जुल्म ढाती नेपाली पुलिस ) मुझे याद है कि पिछले साल जब मैं बदलते नेपाल के राजनीतिक-सामाजिक हालात पर रिपोर्टिंग करने के क्रम में नेपाल के लोगों से चीन के बारे में पू...
 
'जान'...तुम जब यूँ बुलाते हो तो जैसे जिस्म के आँगन में धूप दबे पाँव उतरती है और अंगड़ाइयां लेकर इश्क जागता है, धूप बस रौशनी और गर्मी नहीं रहती, खुशबू भी घुल जाती है जो पोर पोर को सुलगाती और महकाती है. तुम्...
 
उम्र की कच्ची सड़कों पर जब, हम-तुम अल्हड़ मस्त चाल में; सब कुछ पीछे छोड़ बढ़े थे... तुमको भी सब याद ही होगा... नर्म ज़ुबां में भोली नज़्में, मैं गढ़ता था, तुम सुनती थीं.. एक नज़्म जो अटक गई थी, नटखट थोड़ी, ...
 
विधि स्नातकों को अदालत में उपस्थित होने और पक्ष रखने की पात्रता प्रदान करने के उद्देश्य से बार काउंसिल ऑफ इंडिया छह मार्च 2011 को पहली पात्रता परीक्षा आयोजित कर रही है। इस परीक्षा का उद्देश्य विधि स्नातकों...
 
मै मौन का वो शब्द हूं जो तुम्हारे लिये लिखा गया जिसे पढने की समझ सिर्फ़ तुम जानते हो जिसकी भाषा का हर शब्द तुम्हारी अंतरआत्मा की अभिव्यक्ति है मगर कहती मै हूँ गुनते तुम हो एक भाषा जो शब्दो की मोहताज़ नही होती..

हम लोगों को यह याद रखना चाहिए, वे लोग भी प्रसंशा पूर्वक आपको पढ़ रहे हैं जो आपके ब्लॉग पर टिप्पणिया नहीं करते !* *लेख लिखते समय,सोच समझ कर लिखने के कारण, हम अपने गुणों का भरपूर परिचय देने में सफल हो सकते...
 
तेरे बगैर.....
तन्हा तन्हा सा हुआ हर मंजर तेरे बगैर वीरान सा दिखता है अब ये घर तेरे बगैर जर्द जर्द सा है मौसम, घटाएं सीली सीली धुंआ धुंआ सी लगे है शामो सहर तेरे बगैर फलक पे चाँद तारों का निशाँ नहीं मिलता सब खाली खाल...
 
 
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

Read more...

हरियाणा से सुधार का झोंका-रुस्तम सारंग भी कर सकते हैं छत्तीसगढ़ से पलायन- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Saturday, December 18, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भारोत्तोलक रुस्तम सारंग भी अब प्रदेश से पलायन करने की तैयारी में हैं। काफी प्रयासों के बाद भी सीएएफ से जिला पुलिस में न लिए जाने के कारण अब उन्होंने बाहर से मिलने वाले ऑफरों...
ऐ खुदा तू ही बता तू जो चाहता हे वही सब कुछ होता हे फिर कुछ भी होने पर इंसान को यूँ बेवजह क्यूँ बदनाम करता हे इंसान को देख वोह तुझे कभी मन्दिर तो कभी मस्जिद तो कभी गिरजा कभी गुरुर्द्वारे में ढूंढता हे लेकिन त...
समाचार:-पी.एच.डी बनाम नेट: एक राहत भरी खबर - आयोजन रपट:-‘‘समय की सचाइयाँ और मीडिया’’ विषय पर पर... - पंकज त्रिवेदी का निबंध :-रंग और समुद्र - श्रृद्धांजली -हिंदी खेल पत्रकारिता का स्तम्भ ...
...स्टिफ ट्विन कम्पासेज:पिन कोड 273010, एक अधूरा प्रेमपत्र - 44
अपने दर्द के काफी अंश को तुम खुद चुनते हो।  भाग 1 , भाग - 2, भाग 3, भाग 4, भाग 5, भाग 6, भाग 7, भाग 8, भाग 9, भाग 10, भाग 11, भाग 12, भाग 13...
आज १९ दिसंबर है , जो कभी मेरी माँ का जन्मदिन हुआ करता था। दुनिया की सभी माँ अपने बच्चों के लिए अपना अतुलनीय स्नेह लुटाती हैं और यथाशक्ति अपनी शिक्षा , अपने ज्ञान और अनुभवों को अपने बच्चों के साथ बांटकर उसे...
हरियाणा से सुधार का झोंका
जहाँ एक तरफ हरियाणा में बहुत सारी सरकारी योजनायें और प्रोत्साहन से जुड़ी बातें भी जिस काम को नहीं करा सकीं वहीं कुछ लोगों के प्रयास ने भिवानी जिले के चांग गाँव से जो उम्मीद की लौ जलाई है वह पूरे देश को ही ...
मैं प्रेम दीवानी मीरा बन जाऊँ और तुम राधा के दास एक दूजे की पीर समझ लें फिर दोनों के प्राण ओ श्याम तब जानोगे तुम दिल की लगी की प्यास मेरे हिय की जलन है ऐसी जिसमे जल जाएँ दोनों जहान इक बार तुम भी जलकर देखो इस...
आज मुझे एक एसएमएस मिला। यह एसएमएस वैसे तो हर दिन आने वाले एसएमएस की तरह ही था लेकिन उसके मायने कुछ खास थे। आप भी देखिए। ‘ एक छोटा सा बच्चा अपनी मम्‍मी के साथ जा रहा था। रास्‍ते में एक पुल पर पानी बहुत तेजी...
प्रिय ब्लॉगर मित्रो, प्रणाम ! भारत 1947 में बेशक आजाद हो चुका था लेकिन गोवा में 450 साल से अधिक समय से जमे पुर्तगाली वापस जाने का नाम नहीं ले रहे थे। पुर्तगालियों के कब्जे के चलते गोवा के लोगों में असंत...
समय पर प्रवेश पत्र न आ पाने के कारण यूको बैंक की रविवार को होने वाली परीक्षा रद कर दी गयी है। यह निर्णय अभ्यर्थियों द्वारा किये गये हंगामे के बाद बैंक के आला अफसरों ने शनिवार को लिया है। इसके पूर्व प्रवेश ...
कविवर श्याम बिहारी गुप्त के शब्दों में:* *"आचरण ने शब्दों के अर्थ बदल दिए,* * फिर ऐसा हुआ कि अँधेरा बाँटने लगे दिए."* *विद्यार्थी जीवन के लिए कहा जाता है कि "विद्यार्थी नाम कुतो सुखम"अर्थात विद्याध्ययन...
कब तक बस यूँ ही चलते जाना है? अमूल्य मानव जीवन के बेशक़ीमती पल बीत रहे बेमकसद, क्या हमारा लक्ष्य सब कुछ खो कर बस 'हाथ का मैल' पाना है? कब तक बस यूँ ही चलते जाना है? कौन मित्र कौन शत्रु सबके इतने सारे चेहर...
किसी शायर ने क्या खूब कहा है-* *"बाद तारीफ में एक और बढ़ाने के लिए ,* * वक़्त तो चाहिए रूह दाद सुनाने के लिए ,* * मैं दिया करती हूँ हर रोज़ मोहब्बत का सबक,* * नफरतों चुग्जोहज्जत दिल से मिटाने क...
Existence is studyable as four natural-orders (चार अवस्थाएं) and four planes (चार पद). The fundamental-form of existence is – entire units being immersed (डूबी), engulfed (घिरी), and permeated (भीगी) in pe...
स्मोक फ्री शहर होने का गौरव हासिल करने के बाद भी शिमला के युवा नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहा हैं। स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और सामाजिक संस्थाओं के प्रयासों के बावजूद शहर के करीब हर तीसरे छात्र को नशे की लत ह...
हाथ में जिसके खंजर हे मेरे कत्ल के इरादे के साथ आज मुझे भी जिद हे जान चली जाए चाहे मेरी लेकिन चूम लूंगा में आज उनके खंजर थामे यह हाथ । यकीन नहीं आता तो जरा खुद देख लो मेरे इरादे ने बदल डाला हे इरादा उनका देख...
यह रहा प्रश्न आपके सामने “CASTE” शब्द किस भाषा से लिया गया है? आपके विकल्प है- १. पुर्तगाली २. डच ३. जर्मन ४. अंग्रेजी *मेरा सवाल **163 **का** सही जवाब **–** *जार्ज यूल (ये भारतीय राष्ट्रीय कांग...
आपकी नज़रों ने समझा, प्यार के क़ाबिल मुझे...आवाज़ 'अदा' की.....
आज सिर्फ़ दो शेर मुलाहिज़ा फरमाइए.... धड़कन भी कुछ काबू में हो सांसें भी अब ज़रा संभले मेरी जाँ ये मेरी उम्र भी इस तूफाँ के मुक़ाबिल ठहरे जिस दम देखा था उसने पहली बार नज़र भर के वो लम्हा मेरी ज़ीस्त का इकलौता...
सनसनाती ये हवाएं सर्द बर्फानी कि जैसे रात की चादर चुराती भागती हों ; भीगती हों ओस से आकुल तुम्हारी याद की मारी बनीं बेचैन तूफानी हमारे साथ धुंधली चांदनी में जागती हों । ओस की हों , धूल की या धुंद की हों पर ...
सेंट्रल काउंसिल ऑफ होम्योपैथी के मापदंडों को पूरा नहीं करने पर राज्य सरकार ने राज्य के तीन होम्योपैथी कॉलेजों में नए सत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। यहां के छात्रों की उपाधियों को भी अमान्य कर दिय...
डाक विभाग में 5 साल या अधिक समय से काम कर रहे कर्मचारी अब सीधे पोस्टमास्टर बन सकेंगे। केंद्रीय डाक विभाग ने पोस्टमास्टर पदनाम में बदलाव करते हुए इस पद को तीन वर्गो में विभाजित किया है। ये पद प्रमोशन नहीं, ...
एक-दो कमरों में कॉलेज चलाने वालों पर यूजीसी नकेल कसने जा रहा है। इसके लिए यूजीसी ने विश्वविद्यालय को स्पष्ट निर्देश भी जारी कर दिया है। अब रविवि जल्द ही कॉलेजों को मान्यता देने संबंधी यूजीसी के रेगुलेशन को...
 दिल्ली का तीसरा दिन अपने साथ आये मित्रवर गुप्ता जी के एक *'देखुआरी*'* अभियान में बीत गया .रजनीश जी को फोनियाया तो वे कहीं किसी साहित्य अकादमी का संदर्भ देने लगे ..बाद में पता लगा कि वे किसी सीक्रेट मिशन पर...
कूडियाट्टम - केरल की प्राचीनतम नाट्यकला से रूबरू हुआ हमारा शहर
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्पिक मैके के सौजन्य से केरल की एक प्राचीन कला देखने का 17 दिसंबर को मौका मिला। इस विरासत को कूडियाट्टम के नाम से जाना जाता है। अद्वितीय, अप्रतिम, बेमिसाल, अनोखी जितने भी विशेषण...
बहुत दिनों के बाद हाजिर हूँ. नेट खराब था. इसलिये मूड भी ख़राब था. सृजन तो हो रहा था, मगर उसे तत्काल लोकव्यापी करने का रास्ता बंद-सा था. नेट के कारण ऐसे अनेक प्रियजनों से नाता जुडा है, कि मत पूछिए. ज़िन्द...
ताऊ रामपुरिया का इमेल पासवर्ड हैक हो गया है. अगर किन्ही ब्लाग पर ताऊ रामपुरिया के पासवर्ड से कोई कमेंट दिखे या रामपुरिया के नाम से कोई इमेल मिले तो उसे नजर अंदाज करें. जी मेल से पासवर्ड रिकवर करने का प्रोस...
7 इंच स्क्रीन वाला टच पैड जिसे टैबलेट कहा जाता है, भारत आ पहुंचा है. ये हैं सैमसंग का Galaxy Touch Pad व Olive कंपनी का OlivePad. इनके अतिरिक्त बीनाटोन व एक अन्य कंपनी का टेबलेट भी भारत में उपलब्ध होने ...
एक रात कुछ लोगों ने ज्यादा शराब पी ली। पूर्णिमा की रात थी, बडी सुंदर रात थी। चांदनी बरसती थी और वे मस्त नशे में झूम रहे थे। मस्ती में रात का सौंदर्य और भी हजार गुना हो गया था। एक पियक्कड ने कहा कि चलो आज, ...
इसे सरकार की बेबसी कहें या बेईमानों की ताकत। आम लोगों ने आईएएस बाबूलाल अग्रवाल के कारनामों को अखबारों में खूब पढ़ा सुना है। वैसे भी सरकार पर आईएएस व आईपीएस भारी होते हैं। राजस्व मंडल के सदस्य आईएएस बाबूलाल अ...
अब आप 100 रूपये किलो प्याज खरीदने के लिए तेयार हो जाइए ...........
अब आप 100 रूपये किलो प्याज खरीदने के लिए तेयार हो जाइए ........... एंकर--अ़ब आप 100 रुपये प्रतिकिलो कि डर से प्याज खरीदने को तैयार हो जाईये....जी हाँ. सियासत का तख्ता पलट करने वाली प्याज लगता है अब फिर ...
गुलाम भारत में किए गए भाषायी सर्वेक्षण के रिकार्डिंग को ब्रिटिश सरकार ने संजो रखा है। आजादी के बाद, लगभग सौ साल पुराने ये रिकार्डिंग ब्रिटिश लाइब्रेरी में सुरक्षित रहे। शिकागो यूनिवर्सिटी ने अपने डिजीटल सा...
वर्तिका नन्दा* *एक अकेला* भारत ही संवेदनशील है, भावनाओं के समुंद्र में बहता है और वह उफान में रोज गहराता है, ऐसा नहीं है कार्ला ब्रूनी जब फतेहपुर सीकरी जाती हैं तो अपनी दूसरी शादी और पहले से एक बच्चे की ...
सर्जना शर्मा जी नई ब्लॉगर है...उन्होंने अपने रसबतिया ब्लॉग पर एक बेहतरीन संस्मरण लिखा है...ये संस्मरण ऐसी शख्सीयत के बारे में जिसे हमारे में समाज में न तो पुरुष और न ही महिलाओं में स्थान दिया जाता है...ले...
गीताश्री हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक बैठक में 172 देशो के प्रतिनिधि तंबाकू उत्पादो की बिक्री और इस्तेमाल को नियंत्रित करने के लिए सहमत होगए हैं।इससे जहां तंबाकू के खिलाफ अभियान चलाने वाली एजेंसिय...
कलम का सिपाही कविता प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता-2010 के बाद हिन्दुस्तान का दर्द आपके लिए लेकर आया है *कलम का सिपाही -2 यह भी एक कविता प्रतियोगिता है ,इस प्रतियोगिता का मकसद भी होगा हिंदी की सेवा,दोस्...
आज सुबह से ही मन में भँवर सा उमड़ रहा है। भावनाओं के तूफान में बेचारे शब्‍द तेजी से घूम रहे हैं। उन्‍हें कहीं कोई मार्ग ही नहीं मिल रहा कि बचकर किधर से निकला जाए? कभी यह भँवर गोल-गोल घूमता हुआ बचपन में ला...
आओ गाठी पाईये
आज के समय में ये गाठी पाने वाला खेल यदा कदा ही दिखता है। कुछ वर्षों पहले तक बच्‍चे गाठी, गुल्‍ली-डंडा, पतंगबाजी, पकड़मकपड़ाई, लोहा-लक्‍कड़, छुपन-छुपाई, भागमभाग मतलब चैन बनाकर पकड़ना आदि खेल खेला करते थे। ...
प्रिय मित्रो , ब्लॉग जगत में एक आलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है । हमारा उद्देश्य पर्यावरण के प्रति चेतना जागृति करना है। आज पर्यावरण की हानि होने से ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या से पूरी दुनिया को ...
कुँवर कुसुमेश- विरासत को बचाना चाहते हो, कि अस्मत को लुटाना चाहते हो। तुम्हारी सोच पे सब कुछ टिका है, कि आख़िर क्या कराना चाहते हो। रियलिटी शो के ज़रिये चैनलों में, बदन नंगा दिखाना चाहते हो । अरे ओ पश...
शिरीष के सूखे फल की भाँति, जो कि वृक्ष के फूल-पत्ते झड़ जाने तथा पेड़ के ठूँठ जैसा हो जाने के बावजूद भी, पेड़ से लटकते और खड़खड़ाते ही रहता है, हम भी, साठ साल की उम्र पार कर जाने परवाह न करते हुए, ब्लोगिंग और इ...
पिता, पिता जीवन है, सम्बल है, शक्ति है, पिता, पिता सृष्टि में निर्माण की अभिव्यक्ति है, पिता अँगुली पकडे बच्चे का सहारा है, पिता कभी कुछ खट्टा कभी खारा है, पिता, पिता पालन है, पोषण है, परिवार का अनुशासन है...
उदास मन ...................... दिल के उस उदास एकांत कोने में, अक्सर घूमा करता हे मेरा मन , अकेला ही किसी भूत की तरह , पर डरता नहीं हे वो किसी से , उस उदासी भरे अकेले एकांत कोने की , किसी कब्र में दफ़न हेंकिस...
हिंदी ब्लॉग जगत के लिए बेहद सम्मानित मैथिली जी एवं सिरिल !* *मैं एक सामान्य व्यक्ति हूँ , हिंदी ब्लॉगजगत के लिए जो कार्य आप पिता पुत्र ने किया है उसका सम्मान करता हूँ ! ब्लोगवाणी के चले जाने से जो रिक्तस...
आप के सामने अमन का पैग़ाम एक बार फिर से हाज़िर है. अमन का पैग़ाम का मकसद समाज की उन कमियों को सामने लाना है, जिनके कारण एक इंसान दूसरे इंसान के करीब नहीं जा पाता. अक्सर मुझसे सवाल किया क... 
दिल्ली में मिलेंगे भाई अशोक बजाज -- 22 तारीख को पदभार ग्रहण समारोह ---- ललित शर्मा
ललित शर्मा और अशोक बजाज जी* कल भाई अशोक बजाज से मिलने गए बधाई देने के लिए। भाई अशोक बजाज कार्यकर्ताओं के प्रिय है। सहज मिलन सार और सबकी सुनने वाले व्यक्तित्व के स्वामी होने के कारण कोई भी पीड़ित व्यक्ति...
सतनाम पंथ के प्रवर्तक बाबा गुरू घासीदास की आज जयन्ती है , पूरे छत्तीसगढ़ में उनके अनुयायी बड़े धूमधाम से यह पर्व मानते है वे मानवता के पुजारी थे . उनकी मान्यता थी - " मनखे मनखे एक हे ,मनखे के धर्म एक हे...
पाखाना कि खजाना
रामगढ़ की तर्कशील सोसायटी ने किया रहस्योद्घाटन* *गायब हुआ धन पाखाने की कुंई में खोज निकाला* *विनोद स्वामी व अजय सोनी* परलीका. घर में बना पाखाना परिवार का गायब हुआ धन उगलने लगा तो देखने वाले हैरान रह गए...

रंग-बिरंगी चिड़िया रानी। * *सबको लगती बहुत सुहानी।। * ** *दाना-दुनका चुग कर आती। * *फिर डाली पर है सुस्ताती। * ** *रोज भोर में यह उठ जाती। * *चीं-चीं का है राग सुनाती।। * ** *फुदक-फ...
शायद ! हम ईश्वर प्राप्ति का ढोंग कर रहे हैं क्योंकि सच्चाई तो यह है कि हम माया-मोह के प्रपंचों से बाहर निकलना ही नहीं चाहते।" आचार्य उदय 
भारतीय काव्यशास्त्र रस-सिद्धांत आचार्य परशुराम राय पिछले अंक में विभाव, अनुभाव और व्यभिचारी भावों या संचारी भावों की चर्चा की गयी थी। रस के सम्बंध में प्रतिपादित सिद्धांतों की संक्षेप में चर्चा इस अ...
 
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

Read more...

About This Blog

Blog Archive

  © Blogger template Webnolia by Ourblogtemplates.com 2009

Back to TOP