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क्यों सबको है धर्म से जाता मापा- ये जाति बनाई किसने पापा-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Thursday, September 30, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
ब्लाग जगत में कल से लेकर आज तक एक ही बात पर सब लिख रहे हैं और वह बात है अध्योया की। चलिए देखते हैं कौन क्या कहता है....
 
 कल दिन भर अध्योया को लेकर बातें होती रहीं। हर टीवी चैनल पर बस एक ही बात हिन्दु और मुसलमानों की। ऐसे में अचानक हमारी 12 साल की बिटिया स्वप्निल से एक सवाल दागा कि *पापा ये जाति बनाई किसने। अब हम इसका क्या जव...
 
कल ठीक ठाक अयोध्या फैसले के आने के बाद की फ़िक्र यह थी कि वाराणसी और देश के सभी हिस्सों में सब कुछ अमन चैन से बीत जाय ..और सुबह ४ बजे उठकर मैंने टीवी पर जब ख़बरों का जायजा लिया तो जान में जान आई ..उभयपक्षों...
 
30 सितम्बर का दिन वास्तव में तनाव पूर्ण था, किसी भी तरह की अनहोनी से निपटने के लिए प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था कर रखी थी। साम्प्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपीले जारी की गयी थी। फ़ैसला आते-आते बाजार बंद...
 
न जाने क्यों मुझे ऐसा लगता है कि बहुत कुछ अच्छा होने वाला है...हिंदुओं को वो मिल जाएगा जो वो चाहते हैं...मुसलमानों का मकाम भी बहुत ऊंचा हो जाएगा...भाईचारे की देश में एक नई इबारत लिखी जा सकती है...ये शा...
 
बाबरी मसजिद विवाद पर अदालत का इलाहाबाद उच्चन्यायालय की लखनऊ पीठ की तीन जजों की बैंच ने जो फैसला दिया है उसने अनेक नए विवाद खड़े कर दिए हैं। सामन्य तौर पर इन विवादों में क्या नया है और क्या पुराना है,...
 
आशंकाओं -कुशंकाओं के लंबे दौर के बाद अंततः एक ऐतिहासिक फ़ैसले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने अयोध्या के विवादित स्थल को राम जन्मभूमि घोषित कर दिया .हाईकोर्ट ने बहुमत से फ़ैसला किया है कि विवादित भूम...
 
राम को कितने दिन हुए, कोई राम पैदा नहीं होता। हाँ, रामलीला के राम बहुत पैदा हुए। रामलीला के राम बनना शोभापूर्ण है? रामलीला के राम बनना गरिमापूर्ण है? यह भी हो सकता है कि रामलीला का राम इतना कुशल हो जा...
 
 *लखनऊ.* 60 साल बाद आज राम जन्‍मभूमि-बाबरी मस्जिद की विवादित जमीन के मालिकाना हक पर पहली बार किसी अदालत का फैसला आया। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के तीन जजों की पीठ ने 2-1 के बहुमत से जो फैसला सुनाया, उस...
 
राम को कितने दिन हुए, कोई राम पैदा नहीं होता। हाँ, रामलीला के राम बहुत पैदा हुए। रामलीला के राम बनना शोभापूर्ण है? रामलीला के राम बनना गरिमापूर्ण है? यह भी हो सकता है कि रामलीला का राम इतना कुशल हो जाये बार...
 
विड़ंबना है या देश का दुर्भाग्य। ध्येय एक ही होने के बावजूद दसियों सालों से अयोध्या का विवाद क्यों है? जबकि हर पक्ष वहां पूजा, अर्चना ही करना चाहता है। जिसकी पूजा करनी होती है वह श्रद्धेय होता है। उसके सामने...
 
आज देश का एक बहुत बड़ा फैसला हुआ। राम जन्मभूमि स्थल को हिन्दुओं का स्वीकारा गया। यह सुखद फैसला है और इस दृष्टि से भी सुखद कहा जायेगा कि इससे देश की सांस्कृतिक विरासत का आधार तय हो गया। चित्र गूगल छवियों ...
 
झूठ की एक नन्हीं सी फांस उखाड़ देती है विश्वास की जमी हुई नींव को फिर कितना ही सच का गारा लगाओ जम नहीं पाती एक भी ईंट विश्वास की ... 
 
जब आप ये पोस्ट पढ़ रहे होंगे तब तक अयोध्या पर फैसला आ चुका होगा..... मेरे विचार से यह फैसला भारत के लिए किसी एसिड-टेस्ट (ACID-TEST) से कम नहीं होने वाला है. इस फैसले के पीछे कई अन्य फैसले भी छुपे होंगे . इस...
 
आज जब मैं सुबह-सुबह घर से दफ्तर के लिए निकला, तो मेरी छोटी बिटिया उर्वशी ने कहा -" पापा ! आपका दफ्तर आज बंद नहीं है? " मैंने कहा- "नहीं तो " उसने कहा- " मेरा स्कूल तो बंद है , ठीक से जाईयेगा !" मैंने कह...
 
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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मैं, अंधेरों का आदमी!!!, रायपुर की एक सुबह-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Wednesday, September 29, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज  
 
अब से चंद घंटों बाद न जाने क्या होने वाला है, पूरे देश में एक खामोशी है, यह खामोशी आने वाले तूफान का संकेत है, अब यह तूफान अमन और शांति का हो यही दुआ कर सकते हैं।
 
 
 
बचपन, खेल खेल में जुगनू पकड़ कर शीशी में बंद कर लिए. ढक्कन में एक छेद भी बनाया कि वो सांस ले सकें. सुबह को देखता था उन जुगनुओ को. कोई चमक न दिखती तो बंद अलमारी के अंधेरे में ले जाकर देखता. रात तीन बंद किय...
 
एक जगह पहुंचकर अच्छे और बुरे में बहुत कम दूरी रह जाती है इने-गिने लोगों की दुष्टता सब लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है ! स्वार्थी लोगों को उजाले से नफरत होती है हर हिंसा सबसे पहले गरीब का घर उ...
 
आखिर वो वक्त आ ही गया, जब महाराज, रामप्यारे और मिस समीरा टेढ़ी सम्मेलन स्थल का निरीक्षण करने पहुँचे. रामप्यारे अपनी आदत के अनुसार सम्मेलन स्थल का विवरणदेने लगा. चारों तरफ फूलों की क्यारियाँ, हरियाली, सामने...
 
पाबला जी के एक आलेख को पढ़कर एक प्रयास, छोटे से कैमरा का कमाल । रिकॉर्डिंग avi फ़ारमैट में थी पिक्चर बहुत अच्छे थे लेकिन फाइल साइज़ कुछ 900 एमबी थी इसलिए इसे एमपी4 में कन्वर्ट करके अपलोड किया । बताइये कैसा...
 
आज का तीक्ष्ण-शर-विधृत-क्षिप्र-कर, वेग-प्रखर शतशेल सम्वरणशील, नील नभ-गर्जित-स्वर, प्रतिपल परिवर्तित व्यूह - भेद-कौशल-समूह राक्षस-विरुद्ध-प्रत्यूह, - क्रुद्ध-कपि-विषम-हूह, . .है अमानिशा, उगलता गगन घन-अन्...
 


आज , एक ऐसे संवेदनशील विषय पर लिखने जा रही हूँ, जिसके जिक्र से सब आँखें चुराते हैं और ऐसा प्रदर्शित करते हैं ,मानो ना कभी देखा ,ना सुना हो. अभी कुछ दिन पहले सलिल जी के ब्लॉग पर एक पोस्ट पढ़ी, "पति पत्नी और...
 
 
जीवन कहीं भी ठहरता नहीं है....... आंधी या तूफ़ान से डरता नहीं है..... तू न चलेगा....तो चल देगी राहें..... मंजिल को तरसेगी तेरी निगाहें.... तुझको चलना होगा..... तुझको चलना होगा..... 
 
ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान* …
 
 
आज ही ये ग़ज़ल कही. मन हुआ कि आज ही आपके सामने प्रस्तुत कर दूं. और परिमार्जन होता रहेगा बाद मे. शेरो की खासियत ही यही होती है कि उसके बारे में बताना नहीं पड़ता कि, कवि-शायर कहना क्या चाहता है. फिर जिस तरह क...
 
अंतरराष्ट्रीय हॉकी निर्णायक और पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी नीता डुमरे कामनवेल्थ में महिला हॉकी के लिए तकनीकी अधिकारी नियुक्ति की गई हैं। विश्व हॉकी फेडरेशन ने भारत से एकमात्र नाम नीता डुमरे का ही भेजा...
 
 
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 
 
 
 

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हमारी भी सुनो, दम है तो मेरा मेघा से मुकाबला करवा लें -ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Monday, September 27, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 

काम है ज्यादा, समय है कम
इसलिए सीधे चौपाल 
की तरफ चलते हैं हम

मैं राम, मैंने तो तुम्हें सदा दया का मार्ग दिखाया था, सदा प्रेम और अहिंसा का पाठ पढ़ाया था ! यह आज तुम मेरी किस शिक्षा का अनुसरण कर रहे हो ? ऐसी क्रूरता और निर्ममता की सीख मैंने तुम्हें कब दी थी बताओ कि आज त...

जिस तरह की राजनीति करके मुझे कामनवेल्थ की नेटबॉल टीम से बाहर किया गया, उससे मैं हैरान हूं। मुङो यह कहने में थोड़ी सी भी झिझक नहीं है कि वास्तव में सत्ता से ज्यादा राजनीति तो खेल में होती है। मैं यह दावे से...
 
आजकल कई ब्लोग्स पर जाते ही एंटी-वायरस उन ब्लोग्स पर वायरस होने की चेतावनी देता है , चेतावनी गौर से देखने पर पता चलता है कि यह वाइरस ब्लोगरज़ूम.कॉम के कोड में है . और यह चेतावनी सिर्फ उन्ही ब्लोग्स के खोलने ...
 
बेबस है जिन्दगी और मदहोश है ज़माना इक ओर बहते आंसू इक ओर है तराना लौ थरथरा रही है बस तेल की कमी से उसपर हवा के झोंके है दीप को बचाना मन्दिर को जोड़ते जो मस्जिद वही बनाते मालिक है एक फिर भी जारी लहू बहाना म...
 
सादगी वो अदा है जिसका कोई सानी नहीं है ! सादगी ही इंसा को इंसा की हकीक़त बतलाती है ! सादा जीवन उच्च विचार इंसा का परिचय करवाती है ! सादगी ही इंसा को इंसा के और करीब ले आती है ! सादगी ही असल जीवन से उसक...
 
प्रिय ब्लॉगर मित्रो, प्रणाम ! आज जब यह ब्लॉग वार्ता लिख रहा हूँ तो मन में केवल एक विचार आ रहा है .........जिस तरह हम लोगो ने कुछ लोगो को एकदम भुला दिया है ........क्या एक दिन हम लोगो को भी ऐसे ही भुला दिय...
 
मिस समीरा टेढी के लिये आज का दिन बहुत व्यस्त रहा. आज समीरा जी मुंह अंधेरे ही ऊठकर राजमहल की अतिथिशाला के बगीचे मे मार्निंग वाक पर निकल गई. गधा सम्मेलन की तैयारियों का सारा ही बोझ उनके कमसिन कंधों पर आ पडा ...
 
इधर कॉमनवेल्थ गेम्स की खबरें अच्छी आने लगी हैं। खेलग्राम भी अच्छा बन गया है और खिलाड़ियों को भी कोई शिकायत नहीं रह गई है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि मीडिया ऐसा कह रहा है। यह वही मीडिया है जो एक दिन पहले...
 
दोहा सलिला : रूपमती तुम... संजीव 'सलिल' * रूपमती तुम, रूप के, हम पारखी अनूप. तृप्ति न पाये तृषित गर, व्यर्थ रूप का कूप.. * जुही चमेली चाँदनी, चम्पा कार्सित देह. चंद्रमुखी, चंचल, चपल, चतुरा मुखर विदेह.. 
 
क्राइस्‍ट कहते हैं, तुम कन्‍फेस कर दो, मैं तुम्‍हें माफ किए देता हूं। और जो क्राइस्ट पर भरोसा करता है वह पवित्र होकर लोटेगा. असल में क्राइस्‍ट पाप से तो मुक्‍त नहीं कर सकते, लेकिन स्मृति से मुक्‍त कर सकते ...
 
जहां जीवन में अच्‍छे ग्रहों के कारण सुखमय समय जीवन को आनंदमय बनाए रहते हैं , वहीं बुरे ग्रहों के कारण चलने वाले बुरे समय को झेलने को भी मनुष्‍य विवश होता है , परंपरागत ज्‍योतिषियों द्वारा इसके इलाज के लिए ...
 
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 
 
 
 
 
 
 

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ललित शर्मा दिखे और गायब हो गए... , नया तो तब हो "गर तुम लौट आओ.....!!"- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Sunday, September 26, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
तबीयत कुछ ठीक हो गई है, कल छुट्टी के दिन जतमई की सैर भी हो गई थी, हरियाली देखकर तबीयत अब हरी-भरी हो गई है। कल छूरा जाते  समय सोचा था कि अभनपुर में ललित शर्मा जी से मिल लिया जाए, लेकिन समय की कमी के कारण ऐसा नहीं कर पाए.. बहरहाल चलिए देखे आज हमारे ब्लाग मित्रों के ब्लाग में किस तरह के रंग हैं....
 
 
 
दो दिन पहले की बात है, हम प्रेस से रोज की मीटिंग के बाद करीब 12 बजे लौट रहे थे। अचानक सिविल लाइन के पास पीछे से आवाज आई, साँई..., हम समझ गए कि ये अपने ललित शर्मा जी हैं। हमें इस तरह से और कोई आवाज नहीं द...
 
लोग कहते हैं कि अब मेरे लिखने में नही रही वो बात जो पहले थी। कैसे बताऊँ उन्हे, कि लिखना तो दर्द से होता है। और मेरा दर्द तो बहुत पुराना हो गया है अब, इतना .... कि अब ये दर्द हो गया है साँसों की तरह सहज और अ...
 
दो हफ्ते पहले एक मित्र का फोन आया कि एक हिन्दी सीरियल बना रहा हूँ, जरा आ जाना, कुछ बात करना है. वैसे वो पहले भी यहाँ फिल्म वगैरह बना चुका है. मौका देख कर पहुँचे उसके दफ्तर तो हाल चाल लेने के बाद उसने एक सा...
 
खामोश यूँ लेटे हुए…. मनोज कुमार तेरे अक्‍स ख़्वाबों में समेटे हुए खामोश यूँ लेटे हुए यादों में सोचता हूँ उस गुलशन में तेरे साथ गुज़रे पल और झर रहे फूलों के बीच दबे पांव तेरा आना। कभी देख...
 
“साहब सिर्फ़ एक बर्थ दे दीजिए,छोटे बच्चे साथ में हैं,मुंबई तक जाना है, प्लीज”- एक यात्री काले कोट वाले साहब के सामने गिड़ गिड़ा रहा था। उसके पीछे 15 लोगों की लाईन और लगी हुई थी। टी टी साहेब गर्दन ऊंची किए पे...
 
जीवन की कुछ और सच्चाईयों से रूबरू करने की कोशिश में पेश है कुछ और नए शेर.....* *कहते हो तुम आते क्यों नहीं* *दिल से हमें बुलाते क्यों नहीं* *सबको टिप्स दिया करते हो * *खुद को भी समझाते क्यों नहीं* *अगर ...
 
ग़ज़ल :* मच रहा है मुल्क में कोहराम क्यों , राजपथ पर बुत बने हैं राम क्यों ? रोज आती है खबर अखवार में , लूट, हत्या , ख़ौफ , कत्लेयाम क्यों ? मन के भीतर ही खुदा है, राम है , झाँक लो मिल जायेंगे ,प्रमाण क्...
 
रचना दीक्षित की एक रचना- सवा सेर
सवा सेर कुदरत से न डरने वाले घूम, रहे हैं शेर से देखो आफत बरस रही है, अम्बर की मुंडेर से. जो कुछ भी जोड़ा सबने था, खून पसीना पेर के देखो कैसे गटक रहा जल अन्दर बाहर घेर के. सब कुछ बदल गया पलभर में, न...
 
जिन्हें हम अपना समझते हैं गर आँखों में उनकी झाँककर देखते हैं तो दिखता क्यों नहीं आँखों में उनके प्यार? एक पल तो सब अपने से लगते हैं पर दूजे पल ही क्यों हजार रंग बदलते हैं सोचकर आघात लगता दिल को कि जो हमारे ...
 
भाजपा के लिए मुसीबत बनी, चावल, दारु और भ्रष्टाचार 1 अक्टूबर को मतदान 4 को गणना  भटगांव उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रही खंदक की लड़ाई अंतिम चरण पर पहुंच गई है। कांग्रेस ने जहां जबरदस्त एकता का ...
 
बस स्टॉप पर भतेरी को छेडते हुये, फत्तू - मुझसे शादी करोगी?* *भतेरी - क्या?????* *फत्तू - अच्छी मूवी है ना।* *भतेरी - कुत्ते के बच्चे* *फत्तू - क्या?????* *भतेरी - कितने क्यूट होते हैं ना।* * ------------..
 
क्‍या आप विश्‍वसनीय हैं? यह प्रश्‍न मेरे आसपास हमेशा खड़ा हुआ रहता है। कभी पीछा ही नहीं छोड़ता। बचपन से लेकर प्रस्‍थान के नजदीक भी हमारा पीछा नहीं छोड़ रहा है। कभी पिताजी पूछ लेते थे कि तुम विश्‍वसनीय संत...
 
 
 
 
  अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 

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तुम मुझे जानते हो ?, इस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यूँ है?- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Saturday, September 25, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज

कल सेहत ने साथ देने से जवाब दे दिय , इसलिए चौपाल नहीं सजा पाए। वैसे तो सेहत आज भी कुछ नासाद है, पर फिर भी सोचा चलो छुट्टी का दिन है चौपाल सजा ही लेते हैं....
मुझे पढने के बाद भी मैं समझ आने वाली नही इसलिए कभी मत सोचना कि तुम मुझे जानते हो ? कुछ दायरे सोच से भी उपर होते हैं बहुत दूर हूँ तुम्हारी सोच से तुम्हारी सोच सिर्फ मेरे अस्तित्व तक ही पहुंचेगी मगर...
शहरयार- * सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यूँ है? इस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यूँ है? दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूँढे़, पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान सा क्यूँ है? तन्हाई की ये कौन सी मन्ज़...
बिल्हा स्टेशन में रेल्वे प्लेटफ़ार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहा था, तभी मेरी निगाह बच्चों पर पड़ी। पास ही उनके माँ बाप किसी बात पर तू तू - मैं मैं कर रहे थे। शायद बच्चों की माँ रुमाल में बंधे कुछ रुपए कहीं गि...
सुबह सुबह कविता पर टिप्पणी की...अब रात के बारह बजे जाग रहा हूं , बाहर ज्यादातर बत्तियां गुल हुई हैं लिहाज़ा वहां , बागीचे में अंधेरा बिखर सा गया है , गोया उसकी हालत भी मेरे अंतर्मन सी हो चुकी हो ! स्त्रि...
बातों-बातों मे कभी कोई बात निकल आती है जो निर्मल हास्य का खज़ाना खोल देती है।ऐसी ही एक बात कल रात बेहोशी वालों डाक्टरों की बैठक मे भी निकली।बैठक आफ़िशीयल नही थी बस यूं ही मिल बईठे थे दिवाने दो,दो नही तीन और ...
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने मैच फिक्सिंग पर कहा कि खिलाडिय़ों को देश को शर्मसार नहीं करना चाहिए। गलत काम का नतीजा हमेशा गलत होता है, इससे बचने का प्रयास करें। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टे...
नकारात्मक ख़बरों के लिए कुछ बिके हुए भारतीय मीडिया की तो मैं नहीं जानता, मगर मुझे भी मेरे कुछ दोस्त यह सलाह देते है कि मैं बहुत ज्यादा नकारात्मक लिखता हूँ। मैं उनकी बात को सिरे से नकारता भी नहीं, क्योंकि मै...
कहते हैं तस्वीरें बोलती हैं। लो कर लो बातआप तो आनंद लीजिए इन बेंगलुरू तस्वीरों का। समझ में आए तो समझाने का कष्ट करें :-) आज इतनी ही पचाईये कल कुछ और गरीष्ट का इंतजाम करता हूँ। 
हाल ही में मैं अपने मित्र की बहिन की शादी में शरीक हुआ | सभी रस्मो रिवाज़ के साथ विवाह संपन्न हुआ | फिर दौर चला पीने पिलाने का | इन लोगों ने जिद की तो मैंने एक सोफ्ट ड्रिंक कंप...
ट्रिंग-ट्रिंग…ट्रिंग-ट्रिंग… “हैलो".. “इज इट फ़ादर डिकोस्टा स्पीकिंग?"… “यैस…माय सन..मे आई नो हूज ऑन दा लाइन?”.. “सर!…मैं राजीव…दिल वालों की नगरी दिल्ली से"… “व्हाट कैन आई डू फॉर यू…...
वैसे तो सरकारी विज्ञापन से ही नहीं सेटिंग करके जमीन से लेकर खदान लेने वाले अखबार मालिक अपने पत्रकारों व दूसरे मीडिया कर्मियों को फूटी कौड़ी देना पसंद नहीं करते लेकिन जब भी नए ग्रुप की आमद होती है वे भीतर तक ड...
श्री गौहर रजा साहब अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर, शिक्षाविद, वैज्ञानिक, जहांगीराबाद मीडिया इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर भी हैं तथा डाक्युमेन्टी फिल्मो के निर्माता हैं इनकी कुछ प्रमुख डाक्युमेन्टी फिल्में T...
कितने दीप जलाये मैंने कितने दीप जलाये ! मेरे स्नेह भरे दीपक थे, सूनी कुटिया के सम्बल थे, मैंने उनकी क्षीण प्रभा में अगणित स्वप्न सजाये ! मैंने कितने दीप जलाए ! आँचल से उनको दुलराया, तूफानों से उन्हें बचाय...
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 

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लव के लिए तो ठीक है, पर अब खेल के लिए कुछ भी करेगा-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Thursday, September 23, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
कपिल देव आज अपने शहर में हैं, और हमें रिपोर्टिंग करने जाना है, समय बहुत कम है, इसलिए आज की चौपाल को हमने सामान्य तरीके से संजाने का काम किया है.... 
आज क्षमा याचना पर्व होने के कारण अनेक मित्रों एवं परिचितों के फोन व एस. एम . एस . आये . सभी ने पर्व की परंपरा का निर्वाह करते हुवे तरह तरह के मैसेज भेजे . एक मित्र का मैसेज है------ जाने में अनजानें में ...
बच्चों को टेनिस की अच्छी सुविधाएं दिलाने टांक परिवार अहमदाबाद में बस गया* अखिल भारतीय लॉन टेनिस में खेल रहीं सबसे कम उम्र की खिलाड़ी निशिका टांक सबके आकर्षण का केन्द्र बनी हुई हैं। निशिका के साथ उनकी बह...
यही केवल कृष्ण है-मासूम * मेरा फ़ेस बुक पर जाना कम ही होता है ब्लॉग से ही अवकाश नहीं मिलता। कभी जब मन करता है तो फ़ेस बुक पर भी चला जाता हूँ अपडेट करने के लिए। नयी फ़्रेंड रिक्वेस्ट या मित्रों के मैसेज ...
 अमेरिका घूम आये और डिज़नीलैंड नहीं देखा तो समझिये आपकी यात्रा अधूरी ही रह गयी! सपनों और सुनहरी कल्पनाओं का संसार डिजनीलैंड बहुत ही आकर्षक और खूबसूरत स्थान है ! यहाँ दिन रात लोगों का मेला सा लगा रहता है और ब...
30 अगस्‍त, 2010 को हिन्‍दुस्‍तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के दिल्‍ली समन्‍वय कार्यालय तथा एलपीजी एसबीयू-उत्‍तरी अंचल ने मथुरा में दो दिवसीय हिन्‍दी कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यालयीन कार्य में हि...
निर्णय जो भी कोर्ट का मिल सब करें प्रणाम। खुदा तभी मिल पायेंगे और मिलेंगे राम।। मंदिर-मस्जिद नाम पर कितने हुए अधर्म। लोग समझ क्यों न सके असल धर्म का मर्म।। हुआ अयोध्या नाम पर धन-जन का नुकसान। रोटी पहले या ...
मेरी पिछली पोस्ट सबने बड़े ध्यान से पढ़ी. और काफी मनन करके अपने विचार रखे.सबका शुक्रिया. टिप्पणियों में भी देखा और आपसी चर्चा में भी कई बार लोग कह देते हैं , 'बहू कभी बेटी नहीं बन सकती.' जैसे इस अवधारणा ने...
भगवान् का शुक्रिया अदा कीजिये कि "कॉमन वेल्थ" के नाम पर आज सुबह से अभी तक भ्रष्टों द्वारा बिछाई गई देश के करदाता के खून पसीने की रकम का कोई हिस्सा सरसरी तौर पर टूटकर या ढह कर बेकार नहीं गया। वो कह रहे है क...
मैं दरिया हूँ ना बाँधो मुझको बहने दो अपने किनारों से लगते - लगते मत तानो बंदिशों के बाँध मत बाँधो पंखों की परवाज़ को मत लगाओ मेरे आसमानों पर हवाओं के पहरे एक बार उड़ान भरने तो दो एक बार बंदिशें त...
लोगों का राम-राम करते-करते और अल्लाह-अल्लाह करते हुए आज का दिन निकल गया। कल 24 की चिन्ता सभी को खाये जा रही थी, हालातों की बिगड़ने वाली सम्भावना को देखते हुए राशन को भी लोगों द्वारा जमा किया जाने लगा था।...
नोजवान
जुडो तो हरदम उससे जो हर बात से अनजान हो ! उसको गड़ दो येसे जो देश के हित में नाम हो ! हो सकता है वो इंसा कुच्छ पल को बहक गया हो ! हमारी छोटी भूल से उसकी सारी जिंदगी न बर्बाद हो ! उसकी गलती त...
मंदिर-मस्जिद बहुत बनाया, आओ मिलकर देश बनाए हर मज़हब को बहुत सजाया, आओ मिलकर देश सजाएं मंदिर-मस्जिद के झगड़ों ने घायल कर दिए लाखों दिल अपने खुद को बहुत हंसाया, आओ मिलकर देश हसाएँ मालिक, खालिक, दाता है वो,...
  अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

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गोलमाल है भाई सब गोलमाल है, भेडियों से सावधान..- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी .,

>> Wednesday, September 22, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज  
 
आज कुछ कहने और लिखने का मन नहीं है, सीधे चलते हैं चौपाल की तरफ....
 
सफ़ेद खरगोशो, भेडियों से सावधान...* *(ज़रूरी नहीं, कि ये साफ़ किया जाये कि भेडिये कौन है. * *मीडिया, धर्म या मज़हब और समाज के कुछ भेडिये...? बड़ा व्यापक है यह शब्द...खतरनाक है यह शब्द भेड़िया...* *देखा जाय त...
 
देश की प्रतिष्ठा को बचने वाले ठेकेदारों की नजरों में जरा सुनिए उनकी ही जुबानी राष्ट्रमंडल की कहानी- घटनाएं एवं विवाद - माननीय देश के ठेकेदारों की जुबान दिल्ली का...
 
सोनी टीवी में इंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा नामक कार्यक्रम में हमारे राज्य छत्तीसगढ़ के जंपरों राजदीप सिंह हरगोत्रा, पूजा हरगोत्रा और प्रवीण शर्मा ने ऐसा जलवा दिखाया कि उनके इस खेल के सभी दीवाने हो गए। 
 
निवेदन : - अफ़वाहों और बहेलियों (आज के नेताओं ) से बचें , अपनों को बचाएं , अपने देश को बचाएं । जय हिन्द * 
 
सम्पादक तो सम्पादक ,रिपोर्टर को भी नहीं पता कि क्या पिछले दिन क्या खबर लगायी गयी थी और उसका क्या फोलो-अप जाना है. खबर बाप की और फोलो-अप बेटे का. जी हां ,प्रतिष्ठित 'राष्ट्रीय" दैनिक टाइम्स ओफ इंडिया का है य...
 
जाने क्यों लगता मित्रों, मैं कम्प्यूटर रोग से ग्रस्त हूँ खो न जाऊँ मैं भी इसमें इसके वायरस से त्रस्त हूँ पहले तो हर सुबह सवेरे चाय की अभिलाषा थी और मिले न लगता जैसे बहुत बड़ी निराशा थी अब नींद खुल...
 
नारी देह के बाजारीकरण पर सवालों के माध्यम से विचार-विमर्श
आमतौर पर हम समाज में घटने वाली घटनाओं को तो देखते हैं, पर उनके पीछे के कारणों को जानने का कभी प्रयास नहीं करते हैं. आज की नारी को बदलती सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था के चलते पहले की अपेक्षा बहुत सी...
 
तुम्हारे कोपभाजन से कोखभाजन तक सिसकती मर्यादा आहत हो जाती है जब बर्बरता की चरम सीमा को लाँघ जाते हैं अपने ही लहू के दुश्मन अपना ही लहू बहाते हैं फिर भी मुख पर ना मलाल लाते हैं तब सड़ांध भरे घुटते क...
इस ऋंखला में कवि अनिल करमेले की कविता. 12 सितंबर के दैनिक भास्कर अखबार(फीचर पेज) में छपी थी. वहां से साभार ले रही हूं दोस्तो के लिए. वो भी एक कवि की कविता. यहां स्त्री होने की विडम्बना देखिए..कितनी करुणा और ...
 
अविनाश वाचस्पति एक ऐसे सृजनधर्मी का नाम है जिसे हिंदी ब्लॉग जगत सर आँखों पर विठाता है । १४ दिसम्बर १९५८ में जन्में श्री अविनाश वाचस्पति ने सभी साहित्यिक विधाओं में लेखन किया है , परंतु व्यंग्य, कविता, बाल...
 
व्यावसायिक चिकित्सा पद्धति (Occupational Therapy ) एक चिकित्सा विधि है , जिससे सभी वाकिफ नहीं है और सच कहूं तो अभी तक मैं भी नहीं थी. हम जिस विषय के जानकर नहीं होते हैं तब अँधेरे में दूसरों कि सलाह पर भट...
 
कौन सा नव गान गाऊँ ! हैं सभी स्वर लय पुराने कौन सी नव गत बजाऊँ ! कौन सा नव गान गाऊँ ! श्याम अलकों में छिपाये चँद्रमुख वह रजनि आती, तारकों से माँग भर कर स्वप्न जीवन में सजाती, वह सुखी है,प्रिय,दुखी उर मै...
 
हिंदुओं का जो प्रसिद्ध गायत्री मंत्र है, इस संबंध में समझना होगा कि संस्‍कृत, अरबी जैसी पुरानी भाषाएं बड़ी काव्‍य-भाषाएं है। उनमें एक शब्‍द के अनेक अर्थ होते है। वे गणित की भाषाएं नहीं हे। इसलिए तो उनमें 
 
पिछले सप्ताह मैंने कश्मीर के बारे में अपनी व्यथा की थी, उसी तारतम्य में ही ये लेख है ! ब्लॉग जगत में कई लेख लिखे गये विभिन्न पप्पुओं के असफल होने पर, शायद हम आपस में कीचड़ उछालते-उछालते असल के पप्पू को...
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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लाइफ़ का उलटा प्लान, अपने अपनों को रेवडी कैसे बांटे?- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Tuesday, September 21, 2010

 सभी को नमस्कार करता है आपका राज
आज अपने एक पुराने पत्रकार मित्र आशुतोष मिश्रा के ब्लाग पर नजरें पड़ीं तो हमने उनकी पोस्ट को भी चौपाल में शामिल कर लिया। हमें इसके पहले वास्तव में यह मालूम नहीं था कि आशु भी ब्लाग लिखते हैं। बहरहाल चलते हैं आज की चौपाल की तरफ...
टाटा इंडीकॉम की आजकल एक एड आती है...लाइफ का उलटा प्लान...जिसमें बताया जाता है कि लोकल कॉल से भी एसटीडी करना सस्ता है उलटे प्लान में... अब जानिए *मक्खन का बनाया करियर का उलटा प्लान...* *अगर कोई ए ग्रेड स...
 
ताऊ महाराज धृतराष्ट्र और ताई महारानी गांधारी के बारे में आप अथ: श्री ताऊभारत कथा महाराज ताऊ धृतराष्ट्र द्वारा गधा सम्मेलन 2010 आहूत और ताई गांधारी कोपभवन में, गधा सम्मेलन खतरे मे, ताऊ धृतराष्ट्र ने मांगी...
 
सोनी टीवी में कल रात को इंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा नामक एक कार्यक्रम में अंतत: अन्नु मलिक का पानी एक लड़की ने उतार दिया। तीन लड़कियों की कला पर एक मिनट में ही विराम लगाने के बाद इनमें से एक लड़की नारा...
 
देसिल बयना-48 गयी बात बहू के हाथ करण समस्तीपुरी मार बढ़नी.... ई परव-तिहार के.... ! बाप रे बाप ! दम धरे का भी फुरसत नहीं मिल रहा है। हाह...चलिए कौनो तरह सब व्यवस्था-बात हो गया। अब निकले हैं न्योत-हकार ...
 
जर्मनी के कोलोन शहर में दुनिया का सबसे बड़ा फोटो मेला 'फोटोकीना' आज से शुरू हो गया है. यह मेला छह दिन तक चलेगा. पिछले साल जर्मनी में करीब 85 लाख कैमरे बिके थे. छह दिन तक चलने वाले फोटोकीना मेले में 45 द...
 
इन दिनों देश में वातावरण संशय भरा दिख रहा है। कोई अयोध्या को लेकर भयग्रस्त है तो कोई आतंकी हमलों को लेकर परेशान है। इस परेशानी में हम भी रहे। हमारी परेशानी इन सब बातों को लेकर नहीं रही वरन् समस्या इस बात 

पेश है एक छोटी सी पोस्ट।पोस्ट क्या है एक मज़ेदार पहेली है जो आपके दिमाग के पेंच ढीले कर देगी।सवाल दिल का है मगर जवाब दिमाग से दिजिये।दिल के आपरेशन को बायपास क्यों कहते हैं?सोचिये।सोचिये।नही समझ मे आ रहा है ...
 
१- लो उठाओ दोने-कुल्हड़, ले जाओ पत्तलें फिर न कहना कि हमको बासन* नहीं मिलता छक कर था खाया मुखिया के बेटे की शादी में अब अफसर से कह रहे हो राशन नहीं मिलता. आये हो हमारे द्वारे तो देहरी पे 
 
कहा था यूँ कि अब जँचती हैं.. तुम्हारी.. कजरारी आँखें पर सच काली नहीं हैं मेरी आँखें , बस राख बन गयी हैं कुछ ख्वाहिशें ... 
 
आप भी सोच रहे होंगे अजीब खब्ती आदमी है ,जब लोग बाग़ फैसले की आख़िरी घड़ी का दम साधे इंतज़ार कर रहे हैं तो इसे साबुन जैसी तुच्छ चीज सूझ रही है ...मैं समझता हूँ (अपनी अल्प बुद्धि से ) कि बड़े बड़े मसलों/मसायल...
 
बहुत दिनों के बाद फिर हाज़िर हूँ आपकी अदालत में. आज ही एक नई ग़ज़ल कही है. सो, आपकी सेवा में प्रस्तुत है. देखें..शायद एकाध शेर पसंद आ जाये..सौभाग्य होगा मेरा.* *गुस्सा कम हो प्यार **जियादा* *सुन्दर हो संस...
 
मेरा संपादक हमेशा चाहता था कि मैं दुनिया के सामने आऊं मगर अब कोई इच्छा बाकी नहीं थी इसलिए चाहता था कि अपने लेखन से कुछ ऐसा कर जाऊं ताकि कुछ लोगों का जीवन बदल जाए . बस यही मेरी ज़िन्दगी की सारी हकीकत है ...
 
विश्‍वभर में सभी धर्म की स्‍थापना लोगों में उदारता विकसित करने के लिए ही हुई है। दुनिया के सभी धर्मों का उदय पशु को मनुष्‍य बनाने के लिए हुआ है , इसलिए उसमें जीवन जीने से संबंधित एक एक बात की चर्चा है , पर...
 
आदरणीय बन्‍धु आपके अपने संस्‍कृत ब्‍लाग संस्‍कृतम्-भारतस्‍य जीवनम् पर ज्‍योतिषाचार्य जी ने ज्‍योतिष के सर्वप्रमुख एवं मूलभूत सिद्धान्‍त दिये हैं । जाल ज्योतिषं उपर्युक्‍त लिंक पर आघात करके आप भी जान...
 
शीना ने माथे पर हाथ लगा कर देखा..."बुखार तो नहीं है...फिर क्या हुआ" "पता नहीं यार....नॉट फिलिंग वेल.....हैविंग सिव्हियर हेडेक ....आज ऑफिस नहीं जाउंगी " "ओह!!..चलो कोई नहीं..तुम आराम करो..." और शीना तौलिया ...
 
मनुष्यों की आत्मा के लिए शुभ और अशुभ ये दोनों ही फल बाधक बताये गए हैं . निरंतर शुभ फलों का रसास्वादन करते करते आदमी में कर्तापन का अभिमान होने लगता है . यदि आदमी का भाग्य अच्छा होता है तो उसके छूने मात्र स...
 
आशुतोष मिश्रा पूछ रहे हैं- क्या हो रहा है छत्तीसगढ़ में …???
आपको शायद मेरा यह कहना अच्छा न लगे कि छत्तीसगढ़ पिछले कुछ सालों से माफ़िया की गिरफ़्त में है । यहाँ सत्ता के संरक्षण में भू-माफ़िया , अनाज माफ़िया , कपड़ा व्यापार माफ़िया , जंगल माफ़िया सक्रिय नहीं बल्कि ...
 
प्रदेश के दमदार माने जाने वाले मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के भाई योगेश अग्रवाल और उसके साथी सुनील तिवारी को यहां कवर्धा में स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई की। लात-घूसों के अलावा डंडा व बेल्ट का भी उपयोग हुआ। बाल खी...
 
 
 
 
 
 
  अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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हमेशा की तरह., अधूरी लगी महंगाई डायन- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Monday, September 20, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
सोनी टीवी के एक में कल रात को हमें एक कलाकार की बेइज्जती अच्छी नहीं लगी तो हमने अपने ब्लाग में अन्नु मलिक साहब के बारे में कुछ लिख दिया है। हमारा मानना है कि किसी भी कलाकार को अपनी कला दिखाने का पूरा मौका मिलना चाहिए, पूरा मौका मिलने से ही कलाकार की कला परखी जाती है.... 
 
 
ज़ख्मो की लम्बी फेहरिस्त लिए फिरता था मैं अपने दिल में..., ज़िन्दगी मिली और हँस के बोली, वाह रे इंसान..!! मुझ से भी ये दोमुहापन..!! मैं बोला.. दुःख ये नहीं की कोई सुख नहीं, सुख ये नहीं की कोई दुःख नहीं, आनं...
 
हमें" पिपली लाइव" फिल्म देखनें का अवसर मिला ,शायद आप भी देख चुके होंगें.मै नहीं जानता कि यह फिल्म आपको कैसी लगी लेकिन मुझे तो यह अधूरी अधूरी सी लगी .लगता है इस फिल्म पर सेंसर बोर्ड की डबल कैची चली है ,...
 
सोनी टीवी में कल रात को इंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा नामक एक कार्यक्रम में एक कलाकार अपनी कला पेश कर रहे थे, कि निर्णायकों की कुर्सी पर बैठे अन्नु मलिक ने उन्हें रोक दिया। इन कलाकार की कला वास्तव में ला...
 
रचना बाँच सुवासित मन हो! पागलपन में भोलापन हो! ऐसा पागलपन अच्छा है!! घर के जैसा बना भवन हो! महका-चहका हुआ वतन हो! ऐसा पागलपन अच्छा है!! निर्मल सारा नील-गगन हो! खुशियाँ बरसाता सा घन हो! ऐसा पागलपन अच्छा है...
 
बिल्‍कुल सच लिख रहा हूं मैं। आपकी हमारी सबकी प्‍यारी प्‍यारी सी उड़नतश्‍तरी जल्‍दी ही दिल्‍ली में दिखलाई देगी और वो भी आसमान पर नहीं, सड़कों पर 
 
व्‍यस्‍तता की वजह पिछले दो तीन सप्‍ताह इस मंच पर नए चिट्ठे और चिट्ठाकारों का स्‍वागत नहीं हो सका , आज इस सप्‍ताह के चिट्ठों के साथ प्रस्‍तुत हूं .... * * दुनिया रंग बिरंगी ... *लेकर आए हैं कमल शुक्‍ला जी
 
 
नमस्कार , हाज़िर हूँ एक बार फिर आज पूरे सप्ताह की बेहतरीन कविताओं से भरे कलश को लेकर ..इसमें कुछ नए ब्लोगर्स भी हैं तो कुछ ब्लोगिंग की दुनिया में बुलंदी को छूते सितारे भी हैं ..मेरा अपना प्रयास रहा है कि
 
 
ताऊ महाराज धृतराष्ट्र और ताई महारानी गांधारी के बारे में आप अथ: श्री ताऊभारत कथा और महाराज ताऊ धृतराष्ट्र द्वारा गधा सम्मेलन 2010 आहूत पढ चुके हैं. अब आगे पढिये... महाराज ताऊ और महारानी ताई राज दरबार ...
 
मुँह में पानी ने जो आना शुरू किया तो फिर रुकने का नाम नहीं लिया…कभी पेट पकड़ कर मन मसोसते हुए..कलैंडर को ताक खुद ही…खुद को थोड़ा सब्र रखने की दकियानूसी सलाह देता तो कभी मनभावन मिठाईयों...
 
गीताश्रीपर्वत राग का नया अंक पढ रही थी,,,इस अंक में कई सामग्री पठनीय है। मगर मेरा ध्यान खींचा निर्मला पुतुल की कविता ने. मैं अब नयी चीज शुरु करने जा रही हूं...अपने इस ब्लाग पर अपना लिखा बहुत हुआ. अब स्त्री द...
 
अग्निवेश! क्या स्वामी होकर झूठ बोलते समय शर्म नही आई?क्या कभी ये नही सोचा था कि झूठ ज्यादा दिनो तक छुपता नही है?क्या ये नही जानते थे कि सच सामने आ ही जाता है?क्या ये नही पता था आपको कि झूठ बोलना पाप है? खै...
 
दुनिया के हर देश मे तरह-तरह के संग्रहालय हैं। जिनमें कोशिश की गयी है अपने-अपने देश के इतिहास, विज्ञान, कला-संस्कृति को सहेज कर रखने की। पर कभी आपने किसी ऐसी चीज के म्यूजियम के बारे में सुना है जो जिंदगी...
जब कोई कहता है रुकना ज़रा एक मिनट ! आह - सी निकल जाती है ये एक मिनट कितने सितम ढाता है ज़रा पूछो उससे जो इंतजार के पल बिताता है इस एक मिनट में वो कितने जन्म जी जाता है ये एक मिनट किसी के लिए ...
 
बहुत दिनों से कोई कविता पोस्‍ट नहीं की थी, बस गद्य ही लिखती रही। संगीता स्‍वरूपजी ने कहा कि कोई कविता पोस्‍ट करें तो सोचने लगी कि कौन सी कविता पोस्‍ट करी जाए? पेज-मेकर खोला गया और सबसे पहले ही एक कविता प...
 
पिछले दिनों बिलासपुर में 6 पुलिस वालों ने टाकिज के सुरक्षा कर्मी को इतनी बेदर्दी से पीटा कि मौके पर ही उसकी मौत हो गई। किसी भी संवेदनशील व्यक्ति के लिए यह खबर भीतर तक झिझोंर देने वाली खबर है। क्या किसी भी सभ...
 
चंद्रमोहन प्रधान से राजू रंजन प्रसाद की लिखित बातचीत की दूसरी और अंतिम किस्त * *प्रश्न: नई कहानी से साठोत्तरी कहानी का मूल विचारधारात्मक विरोध क्या था ?* *च. प्र.:* यह विरोध वस्तुतः व्यक्ति और समष्टि के...
 
मेरे अंदर का पत्रकार जन्म ले रहा था और देश में चार धाराएं एक साथ ऐसी चल रही थीं। अयोध्या का आंदोलन उफान पर था। चारों दिशाओं में राम के नाम की गूंज थी। मेरे घर में मेरा छोटा भाई मेरे खिलाफ खड़ा था। यूनिवर...
 
.पुलिस के हत्थे चढ़े सुपारी किलर ने खुलासा किया कि उसे हिंदी के एक जाने-माने अखबार के बिजनेस-पार्टनर को जान से मारने का काम सौंपा गया है...इस लोकप्रिय अखबार के मालिकों में जंग छिड़ी हुई थी... लेकिन य...
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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आशा, उलझन !, उफ़ तेरी अदा जिंदगी !!!, और समय ठहर गया!, ज़िंदगी के श्वेत पन्नों को न काला कीजिये- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Sunday, September 19, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज  
समय है कम इसलिए सीधे चौपाल संजाते हैं हम
आशा जाने कितनी रातों को छुप छुप कर, हम भी रोये हैं जीवन में हमने भी अपने बबूल से दिन ढोए हैं फूलों का कभी साथ न पाया काँटों में जखम पिरोये हैं जाने कैसे कितने घाव इन्हीं आँखों से धोए हैं ट...
लगातार बरसती ही जा रही सावन की घटाएं हैं , जो बिखरा पडा, नही मालूम वो प्रकृति की रौद्र लटाएं है या फिर सौम्य छटाएं हैं । मगर इतना तो अह्सास हो ही रहा है कि जिन्दगी बौरा गई है, जीवन की हार्ड-डिस्क...
रवीन्द्र प्रभात कहते हैं- ज़िंदगी के श्वेत पन्नों को न काला कीजिये
ग़ज़ल * ज़िंदगी के श्वेत पन्नों को न काला कीजिये आस्तिनों में संभलकर सांप पाला कीजिये। चंद शोहरत के लिए ईमान अपना बेचकर - हादसों के साथ खुद को मत उछाला कीजिये। रोशनी परछाईयों में क़ैद हो जाये अगर - आत्म...
एक ज़माने में ईश्वर से जो चीज़ें मांगा करता था, आज वो सब मेरी चौखट पर लाइन लगाए खड़ी हैं। कभी मेल तो कभी एसएमएस से दिन में ऐसे सैंकड़ों सुहावने प्रस्ताव मिलते हैं। लगता है कि ईश्वर ने मेरा केस मोबाइल और इं..

पत्रकार एवं मीडिया विश्वेषक संजय द्विवेदी की पुस्तक “मीडियाः नया दौर, नई चुनौतियां” का लोकार्पण समारोह 22 सितंबर, 2010 भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के सभागृह...
गुलदस्ता………………चर्चा मंच-283
 दोस्तों, स्वागत है इस फूलों के गुलदस्ते के साथ ................जिसमे अलग -अलग रंग और किस्म के फूल सजे हैं ..........हर फूल की गंध जुदा है ..........कोई चमेली है तो कोई गुलाब, कोई रात की रानी है तो कोई 
और समय ठहर गया! मर्मज्ञ’ बनारस की रसमयी धरती के सपूत श्री ज्ञानचंद मर्मज्ञ समकालीन कविता में एक अमूल्य हस्ताक्षर के रूप में उभरे हैं। जन्म से भारतीय, शिक्षा से अभियंता, र...
प्रिय भाईयो और बहणों, भतीजों और भतीजियों आप सबको घणी रामराम ! हम आपकी सेवा में हाजिर हैं ताऊ पहेली 92 का जवाब लेकर. कल की ताऊ पहेली का सही उत्तर है छतरपुर मंदिर /छत्तरपुर स्थित श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपी...
सर्वप्रथम तो अपने सभी उन शुभेच्छुओं का आभार जिन्होंने हमारे जन्मदिन पर हमें किसी भी रूप में अपनी शुभकामनाएँ हम तक पहुँचाईं। इनमें हमारे परिवारीजनों के साथ-साथ हमारे मित्र, हमारे नगर के कुछ परिचित, ब्लॉग ...
रायपुर। मारीशस के राष्ट्रपति श्री अनिरूद्ध जगन्नाथ ने कहा कि छत्तीसगढ़, भारत की साहित्यिक संस्था सृजन सम्मान द्वारा विश्वभर में हिन्दी के प्रचार-प्रसार, साहित्यकारों का सम्मान एवं हिन्दी की जो सेवा की जा ...
मुक्तिका:: कहीं निगाह... संजीव 'सलिल' * कदम तले जिन्हें दिल रौंद मुस्कुराना है. उन्ही के कदमों में ही जा गिरा जमाना है कहीं निगाह स...
संगीता पुरी कहती हैं- शक्तिशाली ग्रह लाखों किमी तक की दूरी को प्रभावित कर सकते हैं !!
ग्रहों और नक्षत्रों का प्रभाव पृथ्‍वी के जड चेतन पर पड सकता है , इसे लेकर लोगों के मन में बडा संशय बना होता है। इतने दिनों से ज्‍योतिष के अध्‍ययन के बाद पृथ्‍वी में घटनेवाली घटनाओं का ग्रहों से संबंध और ग...
रिश्तों का आगाज़ से अंजाम तक का सफ़र जिंदगी सुबह से दोपहर के दोराहे पर ठहरती जिंदगी दोपहरसे सांज तक सरकती रहती जिंदगी थक कर रात की आगोशमें सो जाती जिंदगी ...... हर पल नए रंग लाती जिंदगी कभी आंसू कभी हँसी के ...
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 
 
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पर्यावरण जागरूकता अभियान के नज़ारे, क्रांति ही जीवन- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Saturday, September 18, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
रविवार का दिन यानी की छुट्टी का दिन, छुट्टी का दिन यानी ज्यादा देर तक सोते रहने का दिन। हम आज कुछ देर तक सोते रहे। देर तक का मतलब बहुत देर तक नहीं। वैसे हम सात बजे तक उठ जाते हैं, आज एक घंटे देर से उठे हैं। राजतंत्र में पोस्ट लिखने के बाद अब चौपाल सजा दी है.... चौपाल के बाद अब खेलगढ़ की बारी है...
 
आज मंदिरहसौद एवं सारखी में पर्यावरण जागरूकता अभियान के नज़ारे ........... * 
 
मिनाक्षी कहती हैं- क्रांति ही जीवन
मनुष्य हर वक़त विवादों में घिरे रहना पसंद करता है क्युकी यही उसे आगे बड़ने की राह दिखाती है अगर वो एसा न करे तो आगे का सफ़र उसके लिए मुश्किल हो जाता है ! मानव का स्वभाव ही कुच्छ एस...
 
दो दिन पहले की बात है, हम प्रेस में बैठे काम कर रहे थे, तभी अचानक अशोक बजाज का प्रेस आना हुआ। उन्होंने हमसे मिलते ही पूछा और क्या हाल-चाल है आपके ब्लाग का। हमने बताया ठीक है। उन्होंने अपने ब्लाग के बारे म...
 
उल्लेखनीय है लालकृष्ण आडवाणीजी ने बेल्जियम के विद्वान की पुस्तक के अलावा एक और पुस्तक जारी की थी ‘‘हिंदू मंदिर: उनका क्या हुआ ’’ इसमें अरूण शौरी, हर्ष नारायण, जय दुबासी, राम स्वरूप तथा सीताराम गोयल ...
 
भावों की भेल, आँखों का खेल, शब्दों का मेल, प्यार की निशानी है ! होंठों पे गीत, नैनों में मीत, पाती में प्रीत, जोश में जवानी है ! आँचल की छाँव, सपनों का गाँव, कविता की नाव, प्यार की रवानी है ! उल्फत का...
 
भतीजे चिन्मय ने उम्र के तेरह बरस पूरे कर लिये दिल सुबह से ही प्रफ़ुल्लित था कि आज का दिन पूरी समय एकदम "नाईस" जावेगा सो बिना कुछ सोचे शिवम जी और ललित भाई की हरियाई बत्ती देख को जुहार की. शिवम जी को फ़िर से ..

अक्सर बस अड्डे पर , रेल्वे स्टेशन के प्लेट्फॉर्म पर जब हम अपने मित्रों या परिजनों के साथ खड़े होते हैं कि अचानक फटे कपड़ों में ,एक कृशकाय ,दीन हीन व्यक्ति हाथ फैलाए हमारे सामने आ खड़ा होता 
 
gurudev shri rajat bose ji (swami chinmaya yogi)The PACDARES Method (by K. N. Rao) Vaughun paul: You mentioned just a moment ago about PACDARES. Can you talk about this approach that you developed? ...
 
राजस्थान के लोक देवता ,सर्व धर्म समभाव व जन-जन की आस्था के प्रतीक रुणेचा के बाबा रामदेव पीर के अब श्रद्धालु ऑनलाइन दर्शन कर सकते है | रामदेव दर्शन नाम से बनी वेब साईट पर आप बाबा व मंदिर से सम्बंधित सभी जान...
 
दीपक मशाल की शनिवासरीय चर्चा
प्रिय दोस्तों, सादर/सप्रेम नमस्कार आज शनिवार की इस चर्चा में आप सबका स्वागत है.. आज की चर्चा आरम्भ करने से पहले एक सख्त लेकिन आवश्यक *आग्रह* है कि *'ये चर्चा सिर्फ तभी पढ़ें, या इस पर सिर्फ तभी टिप्प...
 
इस समय सारे देश में गणेशोत्सव पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है . कई जगहों पर गणपति बब्बा की भव्य मूर्तियाँ और तरह तरह की मनमोहक झांकियां देखने को मिल रही हैं . मूर्तिकार भी अपनी कल्पना से गणेश प्रतिमाओं को त...
 
हमारे युवराज जब भी गरीबों की बस्तियों में रात गुजारते हैं, तो विपक्ष बेचारे युवराज के पीछे पड़ जाता है और उनकी कुर्बानी को नाटक करार दे दिया जाता है. कोई युवराज अगर महाराज बनने से पहले अपनी प्रजा की नब्ज़...
 
कुँवर कुसुमेश- SMS आया, दोस्त बना लो, चौबिस घंटे चैट करा लो | तुम्हें प्यार के नुस्खे दूँगी. बस, मिलने की राह निकालो| दिन भर मिल कर मौज करेंगे, जीवन में खुशियाँ बिखरा लो | टेंशन में जीना क्या जीना , थोड...
 
पुरुष तुम अब भी कहाँ बदले हो? अपने व्यंग्य बाणों से कलेजा बींध देते हो उम्र के किसी भी दौर में तुम में ना परिवर्तन आया तुम्हारी कुंठित सोच अवचेतन में बैठे पौरुष के दंभ से कभी ना बाहर आ पायी है हर बार ...
 
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 

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अन्तर्मन् से अनेक मन तक, नक्सली हैं हमारे रोल मॉडल- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Friday, September 17, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
हम पिछले दो दिनों से सोच रहे हैं कि दो दिन बाद होने वाली पेट्रोल पंप वालों की हड़ताल से देश का क्या हाल होगा। अगर यह हड़ताल लंबी चली तो सभी का जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो जाएगा यह तय है...
अन्तर्मन् से अनेक मन तक
एक और शनिवार, एक और चर्चा, एक और चिट्ठाकार लेकिन सुस्ती थोड़ा ज्यादा है इसलिये सोचा इंडिया तक का सफर कौन करे यहीं किसी को पकड़ उसकी चर्चा कर देते हैं। आसपास नजर दौड़ायी तो वो अन्तर्मन् पर जाकर अटक गयी, आखि...
जो नक्सली आज अपने देश के लिए नासूर बन चुके हैं उनको अगर कोई कहे कि वे हमारे रोल मॉडल हैं, तो वास्तव में यह दुखद बात होगी या नहीं? लेकिन इसका क्या किया जाए कि बस्तर के बच्चे नक्सलियों को ही अपना रोल मॉडल मा...
*प्रिय ब्लॉगर मित्रो,* *प्रणाम !* कल विश्वकर्मा पूजा का अत्यन्त शुभ दिन था और हर्ष की बात है कि कल ही ललित शर्मा जी के *ललितकला पोर्टल* का छत्तीसगढ़ के मुख्य मन्त्री रमणसिंह के द्वारा लोकार्पण किया गया। ...
जल रहा है कश्मीर, देखने में तो पत्थर फेंके जा रहे हैं पर मंच के पीछे घिनौने राजनीतिक दांव पेंच फेंके जा रहे हैं । गरीब लोग जो हर जगह गुमराह और गुमनाम रहते हैं, यहाँ पर भी प्रतिघात के शिकार हैं और दिखावे ...
शिल्पकारों की बेहतरी के लिए उन्हें 'लोकल' से 'ग्लोबल' बाजार दिलाना जरूरी : -------------------डॉ. रमन सिंह * ** मुख्यमंत्री ने किया वेबसाईट 'ललित कला डॉट इन' का लोकार...
तेरी अधरों की मुस्कान** **देखने को हम तरस गए** **घटाए भी उमड़-घुमड़ कर** **यहाँ वहाँ बरस गए** ** **पर तेरी वो मुस्कान** **जो होंठों पर कभी कायम था** **पता नहीं क्यों किस जहां में** **जाकर सिमट गए** ** **ते...
अजित गुप्‍ता बता रही हैं- हम अपनी पुस्‍तकें किसे भेंट करते हैं? कद्रदान को या नामचीन को?
इस पोस्‍ट को लिखने की प्रेरणा आज सुबह हुई, जब हमारे घर की विद्युत व्‍वस्‍था को देखने वाला मेकेनिक “अहमद” सुबह हमारे घर की घण्‍टी को दुरस्‍त करने के लिए आया। टेबल पर मेरी कल ही प्रकाशित होकर आयी नयी पुस्‍तक...
इ बादलवा नम्बरी बदमास है, कोने में नुका के बैठल रहेगा और जैसे ही कपडा लार के आयेंगे दन्न से बरसेगा जैसे केतना जो एमरजेंसी है. भोरे से बैठ के एतना चादर धोये हैं, तनी कमर सीधा करने लगे के आंख लग गया. भर दुपह...
गगन शर्मा कहते हैं- मेरे शेव करने पर तो आपकी भाभी ही नोटिस नही करतीं, पर वहाँ.....
मेरे मित्र त्यागराजनजी बहुत सीधे, सरल ह्रदय और खुशदिल इंसान हैं। किसी पर भी शक, शुबहा करना उन्होंने तो जैसे सीखा ही नहीं है। अक्सर हम संध्या समय चाय-बिस्कुट के साथ अपने सुख-दुख बांटते हुए दुनिया जहान को सम...
ओ माय गौड़ ! स्वार्थी जन आपको खूब अलंकारते है, ऊपर वाला, भगवान्, ईश्वर, अल्हा, रब, खुदा और न जाने किन-किन नामों से पुकारते है! यों तो बेशक आप होनहार हो, इस दुनिया के पालनहार हो, खूब लुटाते हो अपने भक्तों पर, ...
“सिवईं खायें! ईद मनाएँ!!” (श्रीमती अमर भारती)
ईद के मुबारक मौके पर हमने भी सिंवई बनाई!* *-:सामग्री:- * *भुनी हुई बारीक सिंवईं- 100ग्राम बादाम गिरी- 25 ग्राम काजू- 25 ग्राम किशमिश- 25 ग्राम छुहारा- 25 ग्राम मखाने- 15 ग्राम दूध- 2 लीटर** 
हम इन शहीदों को नमन करते हैं ...
बाहरी दिल्ली के अलीपुर में ये स्मारक सालों से बदहाल पडा हैं इसकी कोई सुध नही ले रहा था ..इसमें जंगली घास उगी हैं ..कूड़े ये डेर हैं .दरअसल अठारह सो सत्त्वान कि कि क्रान्ति में इस इलाके में अग्रेजों ने ...
मोबाईल फोन द्वारा हिन्दी एस एम एस (SMS) लिखने, पढने और हिन्दी ब्लॉग्स पढने, ट्विटर, फेसबुक आदि सोशल नेटवर्क अपडेट करने, ईमेल लिखने, पढने के लिये बढिया और सस्ते तीन फोन बता रहा हूँ। दाम आज की तारिख के अनुसा...
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

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