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प्रेम का अंजन, रिश्ते की तासीर और आदमी- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Wednesday, September 1, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
काम है ज्यादा, इसलिए आज नहीं है ज्यादा बात करने का इरादा.... सीधे चलते हैं चौपाल में...
रंजीत बता रहे हैं- रिश्ते की तासीर और आदमी
आत्मा के अंतस में होने लगती है गुदगदी खिल उठते हैं, मन के फूल वजूद बेखुद हो जाता है और जैसे गर्म तवे पर उड़ जाती है पानी की बूंद उसी तरह छन-छनाकर घुल जाता है हर एक इगो तो जन्म लेता है कोई रिश्ता जिसने अपने क..
प्रेम का अंजन लगाओ सखी री मेरी आँखों में प्रेम का अंजन लगाओ सखी री मुझे उनकी पुजारिन बनाओ सखी री ये प्रेम की तिरछी डगर है सखी री इस पर चलना सिखाओ सखी री कभी तो मोहन को बुलाओ सखी री उनकी चाहत की प..

मैंने अपने दोस्त अजय ब्रह्मात्मज के फेसबुक जाकर लिखा- जगदीश्वर चतुर्वेदी- भाई साहब आप भी अगर हिन्दी फॉण्ट का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो हिन्दी को नेट पर समृद्ध कौन करेगा। जल्दी से हिन्दी फॉण्ट में लिखना आ...
कृष्ण भारतीय लोकमानस के नायक हैं उन्होंने सब कुछ ईमानदारी से किया,राधा से प्रेम ,गोपियों से प्रेम -वह व्यभिचार नहीं था -शुद्ध सात्विक प्रेम था ...लोकमानस आज भी राधा कृष्ण कथा को दिल से लगाये हुए है . ...
प्रिय ब्लागर मित्रगणों, वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता - 2010 के पुरस्कारों की घोषणा करते हुये हमें बहुत ही खुशी महसूस हो रही है. इस आयोजन को सफ़ल बनाने के लिये हम सभी प्रतिभागियों के हृदय से आभारी हैं. इस प...
ब्लैकबेरी के बाद अब गूगल और स्काइप घेरे में भारत सरकार गूगल और स्काइप को नोटिस भेजने वाली है कि वे अपना डाटा सरकार को दें. सरकार रक्षा चिंताओं के कारण ब्लैकबेरी फोन से भी डाटा मां...
कान्हा फिर से आओ ना....... जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। पूरी रचना पढ़ने के लिए कृपया यहाँ पधारें...
होना कुछ नहीं होता...एक पर्दा है, रेटिना कह लो...उसपर जो चित्र बनते हैं वही हमारा सच हो जाता है...हम कभी जवाब तलब नहीं करते...कि इस सच के पीछे क्या कुछ है. मेरी रेटिना पर पतली, बिलकुल महीन धारियां पड़ी हुयी...
इस फोटो में जो समुन्द्र का लाल रंग दिखाई दे रहा है यह जलवायु के प्राकृतिक प्रकोप के कारण लाल नहीं हुआ है. बल्कि समुन्द्र का यह लाल रंग सभ्य कहलाने वाले मनुष्य नामक प्राणी के द्वारा रोमांच के नाम पर पूरी द...
अविनाश वाचस्पति बता रहे हैं- हिन्‍दी ब्‍लॉगर, बंदर और मोबाइल फोन
इसमें अजीब जैसा तो कुछ नहीं है पढि़ए और जानिए भारतीय बंदर भी दीवाने हैं मोबाइल फोन के। आखिर दिल्‍ली में कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स की तैयारियां जोरों पर है तो सिर्फ हिन्‍दी ब्‍लॉगर ही नहीं, भारतीय बंदर भी राष्‍ट्र ...
कृपया देखें - हबीब तनवीर - जयन्ती, उन्होंने सिर्फ किया नहीं बल्कि बेहतरीन किया http://vyangyalok.blogspot.com/2010/08/blog-post_5893.html *प्रमोद ताम्बट* भोपाल www.vyangya.blog.co.in http://vyangyalok.blo...
"हुजुर सल्लाहो अलैहे वसल्लम, कहते हैं बांटो खुशियाँ औरों का लेके गम ! रमजान का महीना ये याद दिलाता है- इस्लामे हर सिपाही का ईमान और करम !! अश्क लेके खुशी देके हसीं काम कीजिये और मादरे वतन को ये पयाम दीजिय...
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

3 comments:

vandana gupta September 1, 2010 at 10:28 PM  

बहुत ही बढिया चौपाल सजाई है।


जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ!

संगीता स्वरुप ( गीत ) September 2, 2010 at 2:45 AM  

बढ़िया चौपाल ..

जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ

ASHOK BAJAJ September 2, 2010 at 11:27 AM  

बहुत ही बढिया चौपाल !! हार्दिक शुभकामनाएँ

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