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प्रति टिप्पणी रूपये दस दान, दुनिया की अदालत में खड़े भगवान ?-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Tuesday, September 14, 2010

 सभी को नमस्कार करता है आपका राज
आज चलेंगे सीधे चौपाल की तरफ....
 
मेरे लिए तो हर दिन हर रात 'हिदी दिवस ' होता है और इसलिए मैं इस पर कोई न तो कर्मकांड आयोजित करता हूँ और न ही ऐसे किसी अनुष्ठान में भाग लेता हूँ -हाँ ,आज *हा हिन्दी हा हिन्दी* हहाती अनेक पोस्ट पढ़ ली हैं औ...
 
कल कन्हैया सपने में आया उदास , हताश बड़ा व्यथित था दुनिया के आरोपों से प्रश्न उठाया क्यूँ दुनिया जीने नहीं देती है किसी भी युग में हर युग में आरोप लगाया और जनता की अदालत में मुझे ही दोषी ठहराया ...
 
ताऊ महाराज धृतराष्ट्र और ताई महारानी गांधारी ब्लागपुत्रों/पुत्रियों के झगडे से बहुत क्षुब्ध हो उठे थे. और उदास रहने लगे थे. *एक दिन महाराज ताऊ ने पूछा -* हे रामप्यारे, ये "नीरो ही क्यों बाँसुरी बजाता है.....
 
२४ से २६ सितम्बर, २०१० शैले हाल, नैनीताल क्लब, मल्लीताल, नैनीताल, उत्तराखंड. * *(गिर्दा और निर्मल पांडे की याद में) * युगमंच और द ग्रुप, जन संस्कृति मंच द्वारा आयोजितप्रमुख आकर्षण :फीचर फिल्म:दायें या बा...
 
४ थप्पड़ों के बाद गिनती नहीं याद रहती. १० थप्पड़ों के बाद बेहोशी सी छा जाती है...सब कुछ सुन्न पड़ जाता है. जैसे नींद में कुछ ना कर सकते वाली स्थिति रहती है वैसे ही, शरीर होता है पर नहीं होता...गाल का दर्द ...
 
अशांत सागर है ये पत्थर ना फैंको ए हमनशीं दर्द की लहरें हैं, ना खेलो, दर्द ना मिल जाए कहीं कसक बन के दिल में तुम हलचल सी करते हो पास आकार भी ना अपने से बन के मिलते हो . ठंडी आहों...
 
रामपुर का राजा गांव के भोले भाले ताउओं से बड़ा प्रभावित था, वह अक्सर शिकार खेलने जाते समय गांवों में भेष बदलकर गांवों की चौपाल पर पहुँच जाया करता और वहां चौपाल पर जुटी ताऊ लोगों की हथाइयां (बातचीत) सुनकर ब...
 
मित्रों इन दिनों मैं एक बड़े अखबार में काम कर रहा हूं। शाम चार बजे से आकर बैठा हूं। सात बजे तक ऐसे ही बैठना है। फिर डेस्क इंचार्ज आएंगे। वे देखेंगे कि क्या किसी रिपोर्टर ने कोई खबर बनाई है? और क्या वह खबर...
 
शत्रुघ्न बाबू अपनी पंचायत के मुखिया हैं। माफ कीजिए, मुखिया नहीं, मुखिया-पति हैं, लेकिन उनके समर्थक उन्हें मुखिया जी कहकर ही बुलाते हैं। पूर्णिया जिले की कसबा सीट से राजधानी पटना पहुंचे हैं। उन्हें टिकट चाह...
 
रशमी रवीजा बता रही हैं- गणपति बप्पा मोरया...
मुंबई आने से पहले ही, यहाँ के सबसे बड़े त्योहार गणेशोत्सव के बारे में काफी कुछ सुन रखा था. जब मुंबई आए तो हमने सोचा,जैसे उत्तर भारत में दीपावली के समय लक्ष्मी गणेश की मूर्ति लाते हैं और उसकी पूजा करते 
 
काफी दिनों से अपना मोबाईल फोन बदल देना चाहता था। लेकिन समझ ही नहीं पा रहा था कि कौन सा लूं। मेरा नोकिया 5130 Express Music 14 महिने पुराना हो गया था। वाकई एक बढिया फोन है यह। पैसे की पूरी वसूली कहते हैं जि...
 
व्यापारियों में आक्रोश, चेम्बर गिरवी ? जिस आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 से संबंधित अपराध पर होने वाली सजा के दुरुपयोग पर व्यापारी समाज आक्रोशित था और व्यापारियों के आंदोलन में भाजपाईयों की हिस्सेदारी भांप पूर्व...
 
62 करोड़ बोलते हैं और आप ?* *हिन्दी *दिवस पर हर बार की तरह कुछ परंपरागत किस्म की खबरों से आपका साबका होने ही वाला है। हिन्दी के खात्मे का मर्सिया पढ़ने और हिन्दी को बचाने के नाम पर चिंतन की सिर फुटौव्...
 
और मैं अपने घर की और चीखते -चिल्लाते हुए दौड़ा. मेरे पीछे -पीछे एक भिखारी दोस्त भी भागा मुझे आवाज़ देते हुए -रूक जाओ भैया, रूक जाओ लेकिन मुझे तो होश ही नहीं था. मुझे तो वो ही याद था कि मेरे माँ बाप इस दुनि...
 
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

4 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) September 14, 2010 at 8:53 PM  

बहुत अच्छी चौपाल ...काफी लिंक्स मिले .

vandana gupta September 14, 2010 at 9:42 PM  

बहुत बढिया चौपाल सजाई है……………आभार्।

अनामिका की सदायें ...... September 15, 2010 at 12:04 PM  

शुक्रिया मेरी पोस्ट लेने के लिए.
सुंदर चौपाल.

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