चिट्ठाजगत क्यों खफा है -चिट्टाजगत अस्वस्थ्य है ठीक होने तक , हम है-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी
>> Tuesday, December 7, 2010
सभी को नमस्कार करता है आपका राज
पवित्र गंगा किनारे अपवित्र आतंक का खेल
दोस्तों देश में आस्थाओं की गंगा और गंगा के पवित्र किनारे जब श्रद्धालु स्नान कर अपने पाप और पुन्य का हिसाब कर रहे हों और राक्षसों का राक्षसी कृत्य इस सुख शांति को हा हां कार में बदल दे तो सोचो क्या विहंगम औ...
दोस्तों देश में आस्थाओं की गंगा और गंगा के पवित्र किनारे जब श्रद्धालु स्नान कर अपने पाप और पुन्य का हिसाब कर रहे हों और राक्षसों का राक्षसी कृत्य इस सुख शांति को हा हां कार में बदल दे तो सोचो क्या विहंगम औ...
भारतीय ओलंपिक संघ के मंसूबों को हम लोग किसी भी कीमत में पूरे होने नहीं देंगे। जिस तरह से संविधान में संशोधन के नाम पर राज्य ओलंपिक संघों को समाप्त करने का काम करने की तैयारी है, उसका देश का हर राज्य संघ व...
वाराणसी के धमाके ने एक बार फिर सबको दहला दिया है ! यह सब हमारे यहाँ शायद इतनी आसानी से इसलिए घटित हो जाता है क्योंकि अत्यंत धीमी न्याय प्रक्रिया की वजह से आतंकवादी बखौफ रहते हैं और उन्हें स्थानीय लोगों की न...
देश में पिछले कुछ समय से आतंकी हमलों से काफी हद तक राहत महसूस की जा रही थी पर मंगलवार की शाम को वाराणसी के शीतला घाट पर शाम की आरती के समय जिस तरह से आतंकियों ने एक बार फिर से बम विस्फोट कर दिया उससे तो यह...
*ये पंक्तियाँ हर उस दिल के लिए हैं जो ख्वाब देखता है एक बेहतर कल के लिए और उसे पूरा करने के लिए वो खुद ज़िम्मेदारी उठा लेता है... दूसरा कोई कदम उठाये या ना उठाये वो पहला कदम उठा लेता है... और जब पहला कदम ...
उसे खुश रहने की दुआ मत दो बेवफाई की ऐसी सज़ा मत दो आँख सूजी है और सुर्ख भी है झूठे ही मुस्कुरा के विदा मत दो निशाँ जिस्म या ज़िहन के रहने दो जगह-जगह से इन्हें मिटा मत दो रोई है कदील रात भर जिसे सुन ...
करण समस्तीपुरी बड़ी लटारम है दुनिया में ए बाबू ! कंकड़ चुन-चुन महल बनाया... लोग कहे घर मेरा है। ए बाबू ! एक दिन जाना होगा सबको मालिक के दुअरिया... ओढ़ के चदरिया.... ! फिर भी, हाय रे मायाजाल ! जीव गयो लपट...
"मैं विगत लम्बे समय से इस चिंतन-विचार में हूँ कि क्या क्या समेट व सहेज कर रखा जाए जिसे जीवन उपरांत अपने साथ ले जा सकूं, किन्तु यह चिंतन-विचार जारी ही है।" आचार्य उदय
आज बहुत ही शुभ और पावन दिन है, मंगल अस्त है, ग्रह सुस्त हैं, विघ्नसंतोषी पस्त हैं, मठाधीश निद्राग्रस्त हैं, ताऊ मस्त है तो ऐसे महान और पावन शुभ मुहुर्त में *"अखिल भारतीय ब्लागर्स एसोसिएशन"* की स्थापना की ग...
प्रिय ब्लॉगर मित्रो, प्रणाम ! मंगलवार की शाम साढ़े छह बजे वाराणसी का गंगा आरती स्थल शीतला घाट जबरदस्त बम विस्फोट से दहल गया। इस बम विस्फोट में लगभग दो दर्जन लोग घायल हुए हैं, जबकि अस्पताल में उपचार के दौ...
प्रस्तुत चित्र लिए गए हैं अनूप जी की अपनी टिप्पणियाँ ख़ुद पर इतनी अच्छी लगीं कि मैं रुक नहीं पाई..... सच में ...आप भी देखें वहाँ जाकर... *अनेक दन्त महासंत* ...
पति ने पत्नी से कहा- *देखो एक महान लेखक ने क्या शानदार लिखा है- पति को भी घर के मामले में बोलने का हक़ होना चाहिए...* पत्नी- *वो भी बेचारा देखो लिख ही पाया, बोल नहीं सका...* * * ------------------- एक...
जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला सरकार के स्वास्थ्य और बागवानी मंत्री शाम लाल शर्मा ने बानी (कठुआ) में हुई रैली में कश्मीर को भारत से आजाद करने की बात करके अपने आप को पाकिस्तान समर्थक होने का प्रमाण दिय...
हमारे लिए कितना आसान होता है किसी भी बात पर विवाद पैदा कर देना। कभी हम विवाद पैदा करते हैं धर्म के नाम पर तो कभी क्षेत्र के नाम पर। कभी हमारा विवाद बहुत ही छोटी-छोटी बातों पर होता है। कभी तो ऐसी बातों पर ...
खफा हो गया है कुछ तो हुआ है वायरल है या वायरस है निकल रहा इसके न होने से हिन्दी ब्लॉगरों का जीवन रस है आओ आओ चिट्ठाजगत जल्दी आओ इतना मत तरसाओ बरसाओ बरसाओ अपना स्नेह निरंतर बरसाओ हिन्द...
हिंदी ब्लॉगिंग, हिंदी ब्लॉगिंग, हिंदी ब्लॉगजगत!! हिंदी ब्लॉगिंग, हिंदी ब्लॉगिंग, हिंदी ब्लॉगजगत!! हिंदी ब्लॉगिंग, हिंदी ब्लॉगिंग, हिंदी ब्लॉगजगत!! हिंदी ब्लॉगिंग, हिंदी ब्लॉगिंग, घंटा हिंदी ब्लॉगजगत!! अधि...
फ़िर आ गया खाना फ़ेंकने का समय , कृपया इसे रोकने का प्रयास करें
दोस्तों शादीयों का सीजन आ गया । हम आप बहुत सी शादीयाँ अटेंड करेंगे । पार्टियाँ अटेंड करेंगे और देखेंगे कि कैसे लोग असत्तियों की तरह गिरते तक लबलबा कर अपनी खाने की प्लेट भरेंगे ,जैसे कि पहली बार पार्टी का...

ड्रोपर से बूँद बूँद यादें टपकाती हूँ फाउन्टेन पेन की अतल गहराइयों में. नए कागज़ को जिस्तों के पुलिंदे से निकालती हूँ और राइटिंग बोर्ड पर क्लिप कसती हूँ कि आज एक कहानी लिखूंगी एकदम नए बिम्ब उभारते हुए. कहान...
इस लेखमाला को लिखने की प्रेरणा एक लंठ ब्लॉगर से चैट के दौरान हुई। भूमिका के तौर पर जो कुछ थोड़ा सा लिखा था, कैरेक्टर एनकोडिंग के चक्कर में स्वाहा हो गया। भारतीय तंत्र, पंथ परम्पराओं और लंठई के आलोक में पश्...
इंटरनेट स्वतंत्रता खतरे में
अब हम संचार क्रांति के अंतिम चरण में दाखिल हो चुके हैं। कम्प्यूटर-इंटरनेट और उपग्रह संचार ने जिस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को जन्म दिया था उसके साथ सत्ता और खासकर अमेरिकी साम्राज्यवाद के साथ टकराव घ...

बिंदिया तुम जो घबराकर हुईं रक्ताभ जब , तेरा वो चेहरा, अभी तक याद है। 'धत... यू बदमाश...', कहकर , दौड़कर, मुझको तेरा, भाग ज़ाना याद है । प्रति दिवस की तरह, ही उस रोज़ भी; उस झरोखे पर तुम्हीं मौजूद थीं। और छत ...
देखो विद्रोही, कितनी मस्ती है दिल्ली में, गुलाबी ठण्ड का मौसम है, लोगबाग दिव्य मार्केटों में घूम रहे हैं, चिकन-बिरयानी और मक-डोनाल के साथ मौसम का मज़ा ले रहे हैं. सरकार ने इतने बड़े-बड़े माल बनवा रखे हैं, ...
आज प्रस्तुत है ऋतु वर्णन का तीसरा भाग 'ग्रीष्म' जब धरिणी नायिका को अपने प्रियतम के कोप का ताप सहने के लिये विवश होना पड़ा ! ग्रीष्म रहा वह ठगा सा निरख कर स्वगृहणी पगी अन्य के संग रंगराग में थी , चढ़ाये नय...
ज्योतिष में रूचि रखने वाले बहुत सारे लोगों को यह मालूम होगा कि सौरमंडल का सबसे विशाल ग्रह गुरू मई के पहले सप्ताह से ही मीन राशि में है। यूं तो इस राशि में बृहस्पति स्वक्षेत्रीय होता है , और इसलिए अधिका...
छूट गए सब संगी साथी , सभी से दूर हो गया है , साथ हैं केवल यादें , जो बार बार साकार हो , स्मृति पटल पर, रखी किताब के , पिछले पन्ने खोल देती हैं , ना ही भुलाना चाहता है , और ना ही भूल पाता है , लौट जाता है बचप...
हमने तो कभी जाना ही न था खुद को इतने करीब से ! उसकी पारखी नजरो ने न जाने केसा ये कमाल कर दिया ! हमने तो अभी अपनी ज़मी मै न पहचान ब...
पहली से कक्षा आठवीं तक के बच्चों ने साल भर में स्कूल में क्या सीखा है और हर दिन वे क्लास रूम में क्या ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं, अब यह परीक्षा लेकर नहीं जाना जाएगा। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद (एससीईआरटी)...
आज जहाँ देश विदेश में भारतीय शिक्षा पद्धति की प्रशंसा की जाती है , वहीँ क्यूँ नहीं हमारे विद्यार्थी अपनी मिसाल कायम कर पाते हैं विभिन्न क्षत्रों में? हमारे ज़हीन एन्जिनीर्स , वैज्ञानिक भी अगर कुछ कर पाते है...
...उन्होंने टोने-टोटकों, तंत्र-मंत्र और जादुई शक्तियों के द्वारा मुझे हजार बार नष्ट किया।
मेघराज मित्र* *अब्राहम थॉमस कोवूर* श्रीलंका के प्रख्यात विज्ञानवेत्ता और विश्व के प्रमुख *रेशनलिस्ट *के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अंधविश्वास को मिटाने के लिए *अथक प्रयास* किये। उनका कहना था..
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पता नहीं हम गुजर रहे थे या वक्त हमें गुजार रहा था बस जी रहे थे यादों की रोशनाई से वक्त के लिहाफ पर दास्ताँ लिख के कुछ तेरी कुछ मेरी और कुछ वक्त की सलाखों के पीछे छुपे सच की कुछ तेरे बिखरे अरमा...
वो इश्क में डूब जाने के दिन थे... गोवा ऐसा हसीन भी हो सकता है, सोचा नहीं था आखिर जिंदगी में रंग भरने वाले इस लड़के से पहले थोड़े मिली थी. ये लड़का जिसकी आँखों में देखती हूँ तो जिंदगी गुलाबी हो जाती है. इस
हिन्दुस्तान में आज 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला छाया हुआ जन्हा तंहा इसकी चर्चा चल रही है लोग अपनी अपनी राय देने से नहीं चूक रहे है,तो कही कुछ ऐसे भी है जिन्हें 2 जी स्पेक्ट्रम क्या है यह समझ ही नहीं आ रहा है...
भ्रष्ट अधिकारियों का रौब, लोगों में आक्रोश आयकर विभाग से लेकर आर्थिक अपराध ब्यूरों हो या अन्य जांच एजेंसियों ने जिस तरह से भ्रष्ट अधिकारियों का खुलासा किया है इसके बाद भी ये लोग पदों पर जमें है तो इसके लिए द...
पानीपत सांस्कृतिक मंच का पांचवा कवि सम्मेलन सादर आमंत्रण अभी इस कविसम्मेलन की तैयारियों में व्यस्त हूँ. फुर्सत होते ही आप सब ...
आज एक ग़ज़ल *गुज़रा हुआ ज़माना ढूंढ* लम्हा एक पुराना ढूंढ, फिर खोया अफ़साना ढूंढ। वे गलियां वे घर वे लोग, गुज़रा हुआ ज़माना ढूंढ। भला मिलेगा क्या गुलाब से, बरगद एक सयाना ढूंढ। लोग बदल से गए यहा...
लेकिन दिलों से नहीं होंगे जुदा
6 comments:
वाह !!
आज तो बहोत सारे लिन्क मिल गए
बहोत बहोत धन्यवाद
चिट्ठा जगत की कमी कुछ कम हुई ..बढ़िया और बहुत सारे लिंक्स ..
बहुत बढ़िया लिंक्स ......धन्यवाद
आज की विविधता लिये बहुरंगी चौपाल ने मोहित कर दिया ! बहुत अच्छे और इतने सारे लिंक्स के लिए आभार एवं शुभकामनाएं !
चिट्ठाजगत की कमी कुछ तो कम हुयी आज तोबहुत ही बढिया लिंक्स मिले……………आभार्।
चिट्ठाजगत की कमी सबको खल रही है। आपने भी ध्यानाकर्षण कर अच्छा किया।
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