घूस का तंत्र -बची है आस-ये है हमारे देश का धार्मिक चरित्र-दलित रिटायर हुआ तो रूम को गोमूत्र से धोया!-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी
>> Sunday, April 10, 2011
सभी को नमस्कार करता है आपका राज
हमारी कल की एक पोस्ट एक इंसानी कुत्ता पीछे पड़ा है, क्या करें? पर एक ब्लागर मित्र ने हमसे फोन करके सवाल किया कि यार ये इंसानी कुत्ता क्या बला है? हमने उनको बताया कि जब बिना वजह कोई इंसान किसी के पीछे पड़ ...
नवरात्रि कविता उत्सव 2011 के आठवें दिन आज प्रस्तुत है अरुंधती सुब्रमण्यम की कविता**अरुंधती **सुब्रह्मण्यम* मुंबई में रहती हैं। उनके कविता के दो संग्रह प्रकाशित हैं: On Cleaning Bookshelves और Where I Li...
रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’* *1* *तेरी दुआएँ* *महसूसती मेरी* *रक्त -शिराएँ* *2* *ओस की बूँद -* *बरौनियों की नोक* *उलझे आँसू* *3* *तुम्हारा मन * *व्याकुल क्रौंच जैसा* *करे क्रन्दन* *4* *बची है आस-* *कभी न कभ...
आई टी की दिग्गज कम्पनी इन्फोसिस के मानव संसाधन अधिकारी टी वी मोहनदास पाई ने यह कहकर देश में चल रहे भ्रष्टाचार पर और चोट की है कि सरकारी तंत्र में कुछ लोग इस हद तक मज़बूत हैं कि उनको घूस नहीं...
इस ब्लॉग पर और अन्य जगह भी मैने कन्यादान के विरोध मे लिखा हैं । कन्या को मै वस्तु नहीं मानती इस लिये उसका दान मुझ सही कभी नहीं लगा । कन्यादान किस लिये किया जाता था ? जहां तक समझा हैं हिन्दू रीती रिवाजो मे ...
ये है हमारे देश का धार्मिक चरित्र-दलित रिटायर हुआ तो रूम को गोमूत्र से धोया!
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ केरल तिरूअनंतपुर से एक खास खबर है, कि ‘‘दलित रिटायर हुआ तो रूम को गोमूत्र से धोया’’ जिसे इलेक्ट्रोनिक मीडिया और प्रिण्ट मीडिया ने दबा दिया और इसे प्रमुखता से प्रकाशित या प्...
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ केरल तिरूअनंतपुर से एक खास खबर है, कि ‘‘दलित रिटायर हुआ तो रूम को गोमूत्र से धोया’’ जिसे इलेक्ट्रोनिक मीडिया और प्रिण्ट मीडिया ने दबा दिया और इसे प्रमुखता से प्रकाशित या प्...
दोस्तों* *अभी कुछ दिन पहले मुझसे रश्मि जी ने ये प्रश्न पूछा था और उसका जवाब मैंने ये लिखकर दिया था ...........ये तो थी मेरी सोच अब आप बताइए आप इस बारे में क्या सोचते हैं * फॅमिली बैकग्राउंड का क्या अर्...
आप सबके सुझावों से सीख लेते हुए कुछ और लघुकथाएं लिखने की कोशिश की है. लेकिन उन्हें यहाँ नहीं बल्कि सृजनगाथा पर पढ़ा जा सकता है. विश्वास है कि वहां ये तीन लघुकथाएं पढ़कर पुनः अपने स्नेह से सिंचित करेंगे. '...
सरकारी नौकरियों में नियुक्तियों एवं पदौन्नतियों को लेकर अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग को दिये जा रहे जातिगत आरक्षण के मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित विभिन्न निर्णयों को लागू करवाने के उद...
जिसका अंदेशा था, वही हुआ...जंतर-मंतर पर जली लौ से जो उम्मीद जगी थी, वो लड़ाई की शुरुआत में ही टिमटिमाने लगी है...अन्ना की ईमानदारी और मंशा को लेकर मुझे कोई शक-ओ-शुबहा नहीं लेकिन अनशन टूटने के 48 घंटे में...
पुण्य कमाना हर कोई चाहता है,मैं भी।मगर अब पुण्य कमाना भी कठीन हो गया है।पुण्य कमाने का एक सुनहरी मौका तो लगता है कि अब हमसे हमेशा हमेशा के लिये छीन लिया गया है।बचपन से सुनते आ रहा हूं कि पानी पीलाने से ब...
{सबसे पहले तो क्षमाप्राथी हूँ ,पाठकों...बहुत दिनों बाद कोई कहानी लिखी है...जबकि महीनो पहले खुद से और आप सबसे, एक लम्बी कहानी लिखने का वायदा भी किया था...कहानी रोज ही दस्तक देती है...पर दूसरे ब्लॉग ने कु..
कुँवरानी निशा कँवर"उच्च कोटि के सामाजिक कार्यकर्ता श्री अन्ना हजारे निश्चित रूप से साधु वाद के पात्र है !किन्तु आज की इस विषाक्त क्षीण एवं चहूं ओर से पतन पर पहुँची दयनीय व्यवस्था (शासन एवं प्रशासन ही न...
नशेबाजों का मजाक को समझने का हिस्सा कुंद* जर्मनी में लगभग 25 लाख लोग शराब के नशे के शिकार है। शराब का घातक असर गुर्दे, आँत, व साथ ही हृदय की माँसपेशियों पर भी पड़ता है। इसके अलावा मस्तिष्क में चयापचय की...
दक्षिन बस्तर के ताड़मेटला सहित तीन गांवों में 14 मार्च को छत्तीसगढ़ियों की हत्या , बलात्कार और घर जलाने की घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ग्राउंड रिपोर्ट लेने पहुंचे विशेष आयुक्त हर्ष मंदर ने जब कहा
इस जनांदोलन की शुरूआत ने किसे क्या दिया ?? ............अजय कुमार झा
एक आगाज़ है ये , अंजाम तो अभी बांकी है पिछले पांच दिनों में जो कुछ देश ने देखा , जो कुछ भारतीय अवाम ने किया , वो भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में शायद आजादी के बाद पहली बार ही हुआ था । हालांकि बहुत से मुद...
तुम्हारी
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
तुम्हारी पिछली कविता में तुमसे इक सवाल पूंछा था, "मेरी हर धड़कन में बस तुम ही हो और तुम्हारी धड़कन में .....???" अजीब सी बैचैनी हो रही है तुम्हारा जवाब जो नहीं आया. हर इक आहट तुम्हारी मिस कॉल सी लग...
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा है कि राज्य में रह रहे बाहर के लोगों को सरकारी नौकरी में नही रखा जाएगा। बाहरी लोगों से राज्य का विकास नहीं होनेवाला है। ऐसे लोगों को कोई तंग करता है तो उसमें बुराई नहीं है...
नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) के तहत बीएएमएस डाक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया में तीन साल पहले जहां सरकारी मापदंड को नजरअंदाज किया गया वहीं चयन समिति द्वारा भी भारी अनियमितताएं बरती गई। यह खुलासा आरटीआई क...
नवरात्र के दिनों में माँ दुर्गा की आराधना तथा पूजन नौ दिनों तक किया जाता है। पंडितों और विद्वानों को तो ज्ञात ही होगा, पर ज्यादातर भक्तजनों को शायद यह न मालुम हो कि इन नौ दिनों में माँ के नौ रूपों की पूजा ...
हमारे एक मित्र हैं, उन्होंने हमसे एक सवाल किया कि यार क्या बताएं आज-कल एक इंसानी कुत्ता पीछे पड़ गया है क्या करें। हमारे मित्र कहते हैं कि उन्होंने सारे जतन करके देख लिए मगर कुत्ता है कि अपनी जात दिखाने से...
गुलमर्ग
दूर से चमकती दीखती थी बर्फ श्वेत-धवल चाँदी-सी पास पहुँचे लिए धौंकनी साँसें और पसीने से तरबतर तो मिट्टी सनी बर्फ गंदला पानी और कीचड़ निकला धत् तेरे की गुलमर्ग भी जिंदगी-सा भ्रम औऱ नीरस निकला
The world suffers a lot Not because of the violence of bad people but because of the silence of good people. जिसने भी लिखा है कितना सही लिखा है ना ! वास्तव में हमारे दुखों का कारण हमारी चुप्पी है ! हम अपने...
कल फिर मिलेंगे
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