रोमांस-सपनों की शहजादी-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी
>> Monday, April 18, 2011

आदर्शवाद में “भक्ति” को लेकर कहा गया – ईश्वर को रिझाने के अर्थ में भजन और सेवा करना भक्ति है. ईश्वर रहस्यमय रहे आया. यहाँ मानव-संचेतना वादी मनोविज्ञान में कहा गया – मानव-संबंधों में मूल्यों को प्रमाणित करन...
कल राजधानी के दो कोच में आग लगी. आंकड़ों पर एक निगाह-- दो कोच में आग- ट्रेन चल रही थी- रात के दो बजे- सभी यात्री सोये हुए- कोई बचाने वाला नहीं- एक भी यात्री घायल नहीं।
ना तो जानती थी ना ही जानना चाहती थी वह क्या चाहती थी थी दुनिया से दूर बहुत अपने में खोई रहती थी | कल क्या खोया ओर कल क्या होगा तनिक भी न सोचती थी वर्त्तमान में जीती थी | जो भी देखती थी पाने की लालसा रखती थी...
अप्रैल की शुरुवात में पाक की एक दरगाह में हुए आत्मघाती विस्फोट में बचे एक फ़िदायीन उमर फ़िदाई ने अस्पताल में जिस तरह से अपने फ़िदायीन बनने के सफ़र का ज़िक्र किया उससे यही लगता है कि तालिबान इस्लाम की...
इस चमक दमक की दुनियां में* *रंगों की महफ़िल ,सजी हुई !* *मोहक प्रतिमाएं थिरक रहीं * *दामिनि जैसा श्रृंगार किये !* *इस समाज में इस महफ़िल में,कौन भला मातम गायेगा ? * *मेहँदी रचित हाथ लेकर , अब मेरे...
जनसत्ता ,दैनिक समाचार पत्र ,में "छिनाल" प्रकरण थमे , तो मैं किसी को "बिलार" कह दूं | कुछ दिन उस पर भी गहमा -गहमी चले | ## *नारी प्रताड़ना के इतने अधिक आरोपों के आलोक में शायद शीघ्र ही पुरुषों को एक "क...
पाँखें थमी हैं परी थकी है सेज लगी है पलकें भरी हैं आँखें नमी हैं सपन सजने आयेंगे? सजन सपने आयेंगे? सजन अपने आयेंगे? सजन आयें, न आयें आँखें मुदेंगी निंदिया आयेगी सपन आयेंगे आँखें नमेंगी पलकें भरेंगी
बच्चे का शव देख किसी की भी रूह काँप जाए ...
बच्चे का शव देख किसी की भी रूह काँप जाए ...बच्चों के साथ वो सब हो रहा था जो में यहाँ नही दिखा सकता .... एक पीड़ित बच्चे से मैंने आश्रम जाकर बात की ..यदि आप भी इस बच्चे से बात करें और चोट के निशान देख ले ...
कल फिर मिलेंगे

रोमांस
पत्ते चिनार के रखती है सफ़ों के बीच एक लड़की गोकि याद रहे चिनार बाग और कश्मीर उन सफ़ों को खोलने का वक्त भले ना हो उसके पास
अच्छा तो हम चलते हैंदुनिया के कुछ हिस्सों में तापमान वृद्धि के कारण मछलियों की कुछ प्रजातियों पर गंभीर असर हो रहा है. उनका प्रजनन कम तो हो ही रहा है लेकिन तनाव और उनके मरने की आशंका भी बढ़ती जा रही है. नेचर क्लाइमेट चेंज ..
गुरुदेव के साथ सूरज ,पाक विद्या सत्संग सत्संग हाल में बैठकर सब ipl का मैच देख रहे है .सभी लोग आ गए है .क्रिकेट का मज़ा शुरू हूँ गया है सब अपनी अपनी टीम को सपोर्ट कर रहे है. उत्थपा और युवराज के...
भारत में उच्च शिक्षा में महिलाएं पुरुषों से बहुत पीछे हैं। यह जानकारी सरकार के नवीनतम आंकड़ों से उजागर होती है। यह असमानता प्रोफेशनल कोर्सों के प्रवेश में और भी अधिक है, जहां महिलाएं स्पष्टरूप से अल्पमत मे...
रविवार को एग्जाम डे था। अलग-अलग विषयों से जुड़ी तीन परीक्षाएं शहर के विभिन्न केंद्रों में आयोजित की गईं। यह तीनों ही परीक्षाएं किसी संस्थान में सीट सुनिश्चित करने के लिए न होकर नौकरी पाने को लेकर थीं। संघ ...
नहीं कोई तमन्ना अब, बची तुमसे मोहब्बत की नहीं ख्वाहिश रही कोयी, गैरों की इनायत की कहा मुफलिस मुझे तुने, यही इनाम है काफी प्रिये हाँ, देख ली ताक़त अमीरों की शराफत की कुंवर प्रीतम १८.४.११
जिन्दगी! कहा जाता है कि जिन्दगी ऊपर वाले की दी हुई सबसे बड़ी नेमत है! ईश्वर का दिया हुआ सबसे बड़ा दान है! पर अनेक बार मन में सवाल कौंधता है कि आखिर क्या है यह जिन्दगी? क्या उद्देश्य है इस जीवन का? कैसे समझ...
कल फिर मिलेंगे
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