कैसे पाएं शराब से छुटकारा -क्या धन सक्षमता का पर्याय है ?- ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी
>> Monday, January 10, 2011
सभी को नमस्कार करता है आपका राज
प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग के दरवाजे भी अब बंद हो गए। विभाग ने सेटअप के मंजूर न होने का हवाला देते हुए विभाग में आवेदन करने वाले खिलाड़ियों को सूचित किया है कि वे अपनी नौकरी के लिए सामान्...
स्वामी विवेकानन्द उन्नीसवीं शती के महान विभूतियों में से एक थे। इनका नाम इनके गुणों के कारण इतिहास के पन्नों में सदा के लिए अमर रहेगा। सच्चे अर्थों में स्वामी जी संपूर्ण एवं अखंड राष्ट्रीयता के समर्थक थे। ...
vivek shauqहास्य अभिनेता विवेक शौक का सोमवार को मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह लगभग 47 वर्ष के थे। प्रसिद्ध हास्य अभिनेता जसपाल भट्टी के करीबी रहे और उनके धारावाहिकों 'उल्टा-पुल्टा', 'फ्...
** ** देखना चाहता हूँ इस एक कविता से कितने अर्थ निकालते हैं आप ????? सितारे अन्धेरी रातों में दिशा ज्ञान के लिये सितारों का मोहताज़ होना अब ज़रूरी नहीं चमकते सितारे रोशनी का भ्रम लिये सत्ता के आलोक ...
इन्दौर में हुई लूट की घटना की शिकार इन्दू पुरी जी की भतीजी बिंदिया : के जीवन की प्रार्थना करें हम सब
आज़ एक दु:खद घटना हुई इन्दु पुरी गोस्वामी जी की भतीजी के साथ लूट तथा हत्या की कोशिश का मामला प्रकाश में आया. " इंदौर के पॉश इलाके में सोमवार को दिनदहाड़े बदमाश एक घर से 20 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए" प्रदेश ...
राब बहुत बुरी चीज है ,अगर एक बार किसी को इसकी लत लग जाय तो इससे छुटकारा पाना बहुत मुश्किल है। इस ब्लॉग में हम नशामुक्ति से सम्बंधित लेख लगातार लिखते रहें है, लेकिन प्रस्तुत लेख श्री दिलीप लाल ने ...
भगवान भाग्य बाँट रहे थे, सारे कवि घूमने चले गए, लौटने पर भगवान ने बताया, अरे तुम्हारा भाग्य तो मैंने दूसरों में बाँट दिया . कवियों ने विरोध किया तो भगवान ने सांत्वना दी, देखो है तो तुम्हारे ही भाग्य का ....
कुँवरानी निशा कँवर नरुका धनवान होना या निर्धन होना अपने आप में कोई बुराई नहीं है|किन्तु चूँकि यह युग अर्थ युग है और इसमें प्रत्येक गणना अर्थ से शुरू होती है और अर्थ पर ही समाप्त होजाती है |इसलिए इस युग म...
है कश्मीर हमारा सुंदर... इसको नहीं गवाएंगे लालचौक पर राष्ट्र-ध्वजा हम, जा करके फहराएंगे* *किसी भी राष्ट्र की अस्मिता का प्रतीक है उसका ध्वज, उसकी भाषा, उसका राष्ट्र-गान. दुनिया में भ...
नर्सरी दाखिलों में फॉर्म देने में जहां स्कूल अपनी मनमानी चला रहे हैं तो फॉर्म जमा करने में भी वह नियमों को ताक रख रहे हैं। कई स्कूलों में फॉर्म जमा करते समय अतिरिक्त धनराशि ली जा रही है तो स्कूल प्रोस्पैक्...
आंसू , प्रकृति का एक उपहार.आंसू, दुख के, पीड़ा के, ग्लानी के, परेशानी के या फिर खुशी के। मन की विभिन्न अवस्थाओं पर शरीर की प्रतिक्रिया के फलस्वरुप आंखों से बहने वाला जल। जब भावनाएं बेकाबू हो जाती हैं तो मन को संभालने, उसको हल्का करने...
अच्छा तो हम </a> चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
कल फिर मिलेंगे
4 comments:
आज तो चर्चा बहुत छोटी रह गई :)
ब्लॉग चौपाल में शीर्षक देने के लिए आभार ! आज की पल भर की मुलाकात अविस्मरनीय है .
विवेक शौक जी के बारे में जानकारी आपही से मिली। श्रद्धांजलि।
eduployment.blogspot.com का आभार स्वीकार किया जाए।
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