नव वर्ष की नई सुबह ऐसी लाए खुशहाली खुशियों ने घर-आंगन महके रहे न कोई झोली खाली -ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी
>> Friday, December 31, 2010
सभी को नमस्कार करता है आपका राज
नव वर्ष की नई सुबह ऐसी लाए खुशहाली खुशियों ने घर-आंगन महके रहे न कोई झोली खाली हर इंसान साल भर चहके हर दिन हो दीपावली गरीबों को भी रोज खाना मिले भगवान की रहमत हो ऐसी निराली हमने तो साल के पहले दिन ..नये साल का शोर क्यों?
ल्पों से है मदिरा पर जोर क्यों? हरएक साल सब करे कामना हो समाज मानव जैसा दीप जलाते ही रहते पर अँधियारा घनघोर क्यों? अच्छाई है लोकतंत्र में सुन...
ल्पों से है मदिरा पर जोर क्यों? हरएक साल सब करे कामना हो समाज मानव जैसा दीप जलाते ही रहते पर अँधियारा घनघोर क्यों? अच्छाई है लोकतंत्र में सुन...

*सलिल भाई की नज़रे इनायत कि इसे अब ग़ज़ल कह सकता हूं और आपके सामने पेश करने गुस्ताख़ी कर सकता हूं नए साल ग्यारह के आगाज़ पर।* *साल ग्यारह आ गया है !!* *साल ग्यारह आ गया है खुशियों की सौग़ात लेकर,* *आइये ...

सभी पाठकों और ब्लागरों को नया साल मुबारक हो 1 मेरे जीवन का एक वर्ष और बीत गया...., धूमिल छवि जिसकी है मेरे पास थोडी खुशियां, थोडे गम कहीं जीत, कहीं हार यही तो है जिनके साए में कट जाती है जि...
धूप वही है ,रुप वही है , सूरज का प्रतिरूप वही है ; केवल उसका प्रकाश नया है , किरणों का एहसास नया है . दिन वही है ,रात वही है , इस दुनिया की , बात वही है ; केवल अपना आभाष नया है , जीवन में कोई खास नया ह...
नया साल २०११ आप सभीके लिये मंगलमय हो और आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो यही शुभकामना है ! हर्ष और उल्लास का बन कर प्रतीक सुबह का सूरज गगन पर है चढ़ा, अश्रु आँखों में लिये बोझिल हृदय चाँदनी का काफिला आगे बढ़ा । ...
इतना प्यारा तो होना चाहिए ब्लॉगपहले आप संभाल लें शुभ मंगलकामनायें पोस्टों पर टिप्पणी के आश्वासन के साथ अब आप मुक्त हैं साल गया बवाल कटा आपने अब ब्लॉगर का नहीं लिखना है नाम सिर्फ ब्लॉग का लि...
उगता सूरज, खिलती धरती, नीला अम्बर फिर मुस्काए ! जीवन बने सरल हम सबका, साल कोई फिर ऐसा आये !! हार जाएँ अब ये आतंकी, अमन चैन जब पंख पसारे ! हों राहें खुशहाल हमारी, साल कोई फिर ऐसा आये !! धरती उगले फिर से स...
स्वागत है नव दशक के मिहीर तुम्हारा उजले चैतन्य स्वर गुंजाए संदेश हमारा तिमिर हर, प्रकाश भर, जगमग जीवन खुशियों से आंचल भर नाचे जग सारा पुष्पाच्छादित हों राह, पूरी हों सब चाह सभी के लिए स्वीकारें यही शुभ...
आज नए साल का पहला दिन है, इसी के साथ हमारी मम्मी अनिता ग्वालानी का जन्म दिन भी है। आज का दिन हमारे यानी मेरे स्वप्निल राज ग्वालानी और मेरे छोटे भाई सागर राज ग्वालानी के लिए दोहरी खुशी का है। नए साल की ह...
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
कल फिर मिलेंगे