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जोश में होश नहीं रहता , झप्पी से जुड़ते हैं दिल-ब्लाग चौपाल राजकुमार ग्वालानी

>> Monday, June 14, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज  
 
आज की चर्चा शुरू करने से पहले हम एयरटेल के उन बंदों को धन्यवाद देना चाहते हैं जिनके कारण हम नेट पांच घंटे में ठीक हो गया और हम आज की चर्चा करने में सफल हुए। वरना कल जह हमारा नेट खराब हुआ था तो लगा था कि आज हम चर्चा ही नहीं कर पाएंगे। बहरहाल हम चलते हैं आज की चर्चा की तरफ- 
 
 
 
जोश में होश नहीं रहता * होश में जोश नहीं रहता मानुस तन है, बुद्धि है, विवेक है, गूंगा भी खामोश नहीं रहता कहा गया है, "जल्दी में लद्दी (कीचड) औ धीर में खीर अपने ही लोग, और अपनों के कारण, पहुँचती है/पहुंचाते 
 
नमस्कार , आज मंगलवार का दिन और हाज़िर है कविताओं से भरी ये पोटली….एक एक कर निकालते जाइये .. और पढ़ कर आनंद उठाते जाइये…. मेरा प्रयास रहता है कि सप्ताह की बेहतरीन कविताएँ आप तक पहुंचा सकूँ…और साथ ही कुछ..

इस सादगी पे कौन ना मर जाये ए खुदा लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं जी हां ,ये ज़ुबानी ज़मा-खर्च की लड़ाई किसे दिखा रहे हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ? भाजपा के साथ गल्बहियां भी हैं और आंखों के ...
 
 
कल मेरे बेटे के मित्र ( voltak) के पुत्र का जन्मदिन था। इमेल से निमंत्रण मिला कि जन्मदिन पर आना है। सेनोजे (san jose) से आधा घण्टे की दूरी पर वर्सोना पार्क है, जहाँ एक झील है और बच्चों के खेलने के लिए बह.
 
इस वक़्त देश में जातीय आधारित जनगणना को लेकर खूब चर्चा हो रही है. मैंने अपने एक लेख में पिछले दिनों लिखा था-''जाति न पूछो साधु की''. कबीर छः सौ साल पहले कह गए है. मैंने भी तीन दशक पहले -जब होश संभल रहा था,...
 
शिवम मिश्रा जी ने एक मुहिम शुरू की....आप सभी का सहयोग चाहिए...ये लिंक्स पढ़े....पहली बरसी पर विशेष :- अश्रुपूरित श्रद्धांजलि और मेरी वह मुराद ............बिन मांगे जो पूरी हुयी !! यह एक सार्थक और भावनात्मक...
 

 
राजकुमार सोनी बता रहे हैं- आटो वाले अमीन सायानी
मैंने पिछले कुछ सालों में आटो वाले अमीन सायानी के दर्शन नहीं किए। शायद आपने भी नहीं किए होंगे। नई फिल्म के लगते ही अमीन सायानी अपनी गे-गो-गे गो करने वाली आटो में बैठकर मोहल्ले के कम से कम चार चक्कर यह कह...
 
मैं शशि सिन्घल उत्तर प्रदेश के अपनी लाजवाब व सुन्दर धरोहर के लिए समूचे विश्व में प्रसिद्ध शहर आगरा में पली - बढ़ी हूं । यदि हम आज से पन्द्रह - सोलह बरस पीछे जाएं तो पाएंगे कि उस दुर में लड़कियों का घर से बाह...
 
 फिल्म गोपी का एक गीत "रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा,हंस चुनेगा दाना और कौवा मोती खायेगा..." आज भी लोकप्रिय है और मौजूदा परिस्थितियों पर बिलकुल सटीक लगता है क्योंकि जब गाय ही घास की जगह मांस और
 
 
आपके इंटरनेट ब्राउजर में इंस्टाल अनचाहे टूलबार्स को हटाने के लिए एक आसान औजार । इसके उपयोग से आप बस एक क्लिक करके किसी टूलबार को हटा पायेंगे । इसमें आप * Google Toolbar and QuickSearchBox * Yahoo! Toolba...
 
 
सीनियर ब्लोगर, जूनियर ब्लोगर, बड़े ब्लोगर, छोटे ब्लोगर, महान ब्लोगर .... आखिर क्या है यह? ब्लोगर महान होता है या उसका पोस्ट उसे महान बनाता है? हमारा तो मानना है कि सिर्फ रचना ही छोटी, बड़ी या महान होती है जो...

संजय दत्त ने मुन्नाभाई एमबीबीएस में हिंदुस्तानियों को कुछ नए शब्द दिये हैं. एक है-जादू की झप्पी, हमारे यहाँ किसी के स्वागत में उससे गले मिलने की रवायत पुरानी है, अब विज्ञान ने इस... 
 
मिनी नोटबुक या कहें लैपटाप अधिक क्‍या लिखूं जिनके पास है वे अनुभव बतलायें जिनके पास नहीं है वे अनुभव लें यदि आप में से कोई डैल में हैं तो वे भी सुझायें शायद उनका वहां होने का लाभ मिल जाए या मॉडल, ब्रांड औ...
 
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे 
 
 
 
 
 
 

8 comments:

Anonymous,  June 14, 2010 at 8:05 PM  

लाजवाब चर्चा करते हैं आप

राम त्यागी June 14, 2010 at 8:26 PM  

बढ़िया चर्चा रही ये भी ...

अविनाश वाचस्पति June 14, 2010 at 8:33 PM  

आप कहां चल दिए। पोस्‍ट की चर्चा करने से ही मिठाई नहीं मिलने वाली, राजकुमार जी, पसंद अथवा नापसंद का चटका भी लगाइये और यह भी कि क्‍या निर्णय लिया जाए, मतलब आप रसमलाई खाने में यकीन रखते हैं या डोडा बरफी में अथवा .... यहां आप अपनी मिठाई का विकल्‍प भर सकते हैं, जिसे आपके मुंह में भर दिया जाएगा, जिससे आपको मिठास मिठास का संपूर्ण आभास हो सके।

girish pankaj June 14, 2010 at 9:20 PM  

iss baar bhi kuchh achchhe link mile. isase bauddhik-soch kaa pataa chalataa hai.

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