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आओ करवाए छुट्टी में ब्लागों की सैर-पढ़कर ब्लाग आप भी बना जाओ शेर-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Saturday, October 23, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
हमारी कोशिश रहती है कि हम अपनी इस चौपाल में ज्यादा से ज्यादा नए ब्लागों को शामिल कर सके। हमें जब भी समय मिलता है तो हम किसी भी नए ब्लाग में जाकर उसके समर्थक बनते हैं ताकि उस ब्लाग की पोस्ट हम देख सकें और उसे चौपाल में शामिल कर सके। जो मित्र चाहते हैं कि उनके ब्लागों को भी चौपाल में स्थान मिले तो अपने ब्लाग के लिंक दे ताकि हम उनके ब्लागों को भी चौपाल में शामिल कर सके। 
भारतीय काव्यशास्त्र-लक्षणा
भारतीय काव्यशास्त्र-लक्षणा आचार्य परशुराम राय शुद्धा लक्षणा और गौणी लक्षणा के लिए भेदक रेखा आचार्य मम्मट 'उपचार' को मानते हैं। यहाँ 'उपचार' का अर्थ है - *अत्यन्त भिन्न दो पदार्थों में अत्यन्त सादृश्य...
हमारे ब्लागों को मिलाकर कब की 2000 पोस्ट पूरी हो गई है और हमें पता भी नहीं चला। कल रात को कुछ समय मिला तो सोचा कि चलो देखते हैं हम कहां तक पहुंचे तो ब्लागों की पोस्ट जोडऩे पर मालूम हुआ कि 2000 पोस्ट कब की ...
प्रिय ब्लॉगर मित्रो, प्रणाम ! भारतीय शोधकर्ता हरि कृष्णा प्रसाद वेमुरू को भारत में इलेक्टॉनिक वोटिंग मशीन [ईवीएम] में खामी का दावा करने पर भले ही जेल जाना पड़ा लेकिन अमेरिका में इसके लिए उन्हें एक प्रतिष्...
नमस्कार मित्रों! मै मनोज कुमार एक बार फिर हाज़िर हूं रविवासरीय (२४.१०.२०१०) चर्चा के साथ। आज के मेरे चुने हुए पांच पोस्ट लेकर। आज की बात मैं उस्ताद जी की बात से शुरु करना चहता हूं। पहले उनको नमन तो कर लूं...
*चमारिन बाई को मिला पहला यू.आई.डी. कार्ड* देश के हर व्यक्ति का अब अलग पहचान नंबर होगा जिसे यू . आई . डी . नाम दिया गया है .यह अनोखी राष्ट्रीय परियोजना है,जो नेशनल आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा ..

मुझे बाबा रामदेव अच्छे लगते हैं। वे इच्छाओं को जगाते हैं आम आदमी में जीने की ललक पैदा करते हैं। भारत जैसे दमित समाज में इच्छाओं को जगाना ही सामाजिक जागरण है। जो लोग कल तक अपने शरीर की उपेक्षा करते ...
अग्रोहा गणराज्य के संस्थापक महाराजा अग्रसेन की गौरव गाथा आज भी कही जाती है। पाँच हजार वर्ष पूर्व एक ऐसा राजा हुआ जिसके राज्य में लोकतंत्र था। दुनिया में असंख्य राजा हुए उनमें महाराजा अग्रसेन ने जो मिसाल का...
मैं यहां तुम्हें कोई सिद्धांत देने के लिये नहीं हूं। सिद्धांत तुम्हें आश्वस्त करता है। मैं तुम्हें भविष्य के लिये कोई वादा देने के लिये नहीं हूं -भविष्य का वादा तुम्हें सुरक्षा में ले जाता है। मैं यहां तुम्...
(1) पसीना टेबल पर टपकता है। खेत में टपकता है। फर्श पर टपकता है। दिन भर काम करते थक जाता है - बिस्तर में रिसता है। (2) पसीना निकलता निर्गन्ध है । हवा, इत्र, फुलेल, साबुन बिगाड़ देते हैं आदत। कुछ भी क...
आधुनिक परिवेश में,आज के चकाचौंध की इस दुनिया में फैशन के नाम पर सावन के महिनें में, गणेश प्रतिमा स्थापना या नवरात्रि में दुर्गा प्रतिमा स्थापना, दशहरा के नाम पर लाखों-करोड़ों रूपये खर्च कर दिये जाते हैं । 
भूल जाओ भाव बस सामने देखे चलो दिखी दूर अंधड़ हेराये के लंगड़ अपनी बिन पालों वाली नाव? डगराये डोलती अभी डूबी नहीं है तुम ऊबे हाथ झाड़ रहे हो, या जाने अंधारे संझा की मोहब्‍बत नहाये गहीन ज़ि‍रह अपने उता...
अगर आप माइक्रोसोफ्ट ऑफिस प्रोग्राम्स का मुफ्त विकल्प तलाश रहे हैं तो वो ही OpenOffice हो सकता है इस उपयोगी प्रोग्राम पैक का नवीनतम संस्करण OpenOffice.org 3.3.0 RC2 अब उपलब्ध है आपके लिए । इसमें आप लगभग ...
सन्दर्भ के लिए यहाँ मैं हिन्दी विकीपीडिया में हिन्दी और सम्बंधित तकनीकी मुद्दों पर आधारित उपलब्ध आलेखों का लिंक दे रहा हूँ | • *हिन्दी कम्प्यूटिंग* • *हिन्दी टाइपिंग* • *हिन्दी चिट्ठाकारी* • *हिन्दी औ...
अब ना वह भीड़-भाड़ और ना गहमा-गहमी, * *हर शान्ति है और है सन्नाटा* *(दैनिक हरिभूमि के आज [23 अक्तूबर] के संस्करण में प्रष्ट न. 4 पर मेरा व्यंग्य)* दिल्ली वापिस आए तो सर चकरा गया। पहले-पहल तो लगा ही नहीं क...
इन दिनों पूरे देश ही नहीं छत्तीसगढ़ में जिसे देखो वही गुटखा-शराब के खिलाफत में उतर आया है। साधु संतों की बात करें या समाज सेवियों की सभी गुटखा-शराब के पीछे पड़ गए हैं। उन्हें लगता है कि ये आने वाले पीढिय़ों क...
आज हम सागर किनारे आये हैं कुच्छ उसकी और कुच्छ अपनी सुनाने लाये हैं ! किसको फुर्सत है इस भरी दुनिया मै , इसलिए सिर्फ तन्हाई ही साथ लाये हैं ! जानते है...
चाँद तश्तरी दूध भरा तालाब डूब जाए यूँ ..... ================ चाँद दुल्हन शर्माती है रातोंमें अकेली यूँ ही .... ================ चाँद कंगन पहन कर खुश पागल रात ..... ================= बिंदिया चाँद सजा गयी चेहर...
आज शनिवार को एक अंतराल के बाद आप सबके लिए फिर से चर्चा लेकर हाज़िर हूँ. जैसी चर्चा आज मैं करना चाहता हूँ उसकी मांग एक लम्बे समय से कुछ पाठक करते आ रहे हैं, यानी एकल चर्चा.. किसी एक ही रचनाकार की विभिन्न पो...
सदियों पहले मुगलों ने भारत पर आक्रमण किया और कई वर्षों तक हमारे ऊपर राज किया। फिर अंग्रेज आये और उन्होंने हमें लूटना शुरू किया । हम गरीब तो थे ही , कायर भी निकले। गुलामी में जकड़े रहना शायद हमें सुकून देता...
अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

11 comments:

Vivek Ranjan Shrivastava October 23, 2010 at 8:16 PM  

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cgswar October 23, 2010 at 8:19 PM  

राजकुमार जी सबको जोडने का एक अच्‍छा काम कर रहे हो आप एक साथ ढेर सारी जानकारियों का खजाना तैयार हे लगवाणी में. मैं नई ब्‍लॉगर/पॉडकास्‍टर हूं, कभी टहलते हुए मेरे ब्‍लॉग पर पर भी आइये.

cgswar October 23, 2010 at 8:36 PM  

सब ब्‍लॉगरों को जोडने की शानदार कोशिश कर रहे हैं आप राज साहब.एक साथ सबकी जानकारी हमको उपलब्‍ध हो गई। मैं एक नई ब्‍लॉगर/पॉडकास्‍टर कभी घूमते फिरते हमारे यहां भी आइये ना। आप जैसे अनुभवी लोगों के सहयोग व प्रतिक्रयाओं िकी मुझे सख्‍त जरूरत है।

डॉ. मोनिका शर्मा October 23, 2010 at 9:48 PM  

achhe links aur posts ki jankari sajha ki .... dhanywad

vandana gupta October 23, 2010 at 10:47 PM  

बहुत सुन्दर चौपाल सजाई है।

ताऊ रामपुरिया October 24, 2010 at 12:57 AM  

बहुत सुंदर

रामराम.

ZEAL October 24, 2010 at 9:54 AM  

बहुत सुन्दर चौपाल !

Udan Tashtari October 24, 2010 at 5:08 PM  

बेहतरीन जमी चौपाल!

ASHOK BAJAJ October 24, 2010 at 9:20 PM  

अपने ब्लॉग में ग्राम चौपाल का लिंक देने के लिए आभार.

ASHOK BAJAJ October 24, 2010 at 9:30 PM  

2000 पोस्ट के लिए बधाई .

गाँव की गलियों से.... November 16, 2010 at 9:30 PM  

बहुत बढ़िया चौपाल....

मेरे लेख को चौपाल में जगह देने के लिए धन्यवाद

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