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परदेस में खिलती परंपरा-ब्रिटेन में दिवाली और छत्तीसगढ़ में राज्योत्सव-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Wednesday, October 27, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
अपनी माटी से दूर जा बसे हिन्दुस्तानी अपनी संस्कृति और परम्पराओं के बहुत करीब हैं। यह देखकर बहुत सुखद अनुभूति होती है की जहाँ भी भारतवासी रह रहे हैं अपने देश के तीज-त्योंहार और परम्पराओं को पूरे मन और मान...
छत्तीसगढ़ ओलंपिक के मिनी महाकुंभ के लिए रायपुर जिले के स्कूली शिक्षा विभाग ने १२ खेलों के लिए ४५ लाख के जम्बो बजट का प्रस्ताव बनाकर खेल विभाग को थमा दिया है। इसके पहले रायपुर के खेल विभाग ने २८ खेलों के लि...
अरुंधति राये* के खिलाफ कारवाई की अशंकायो के बढ़ते ही वैब मीडिया में इसके विरोध का स्वर भी तेज़ी से मुखर होने लगा है. विरोध और समर्थन की रेखा इस बार कुछ और गहरी हुई है. दोनों तरफ अपने अपने तर्क हैं जिनके ...
बचपन से ही मैं बाँये हाथ से लिखता था. लिखने से पहले ही खाना खाना सीख गया था, और खाता भी बांये हाथ से ही था. ऐसा भी नहीं था कि मुझे खाना और लिखना सिखाया ही बाँये हाथ से गया हो लेकिन बस जाने क्यूँ, मैं यह ...
समीक्षा*** आँच-41पर डॉ. जे.पी. तिवारी की कविता तन सावित्री मन नचिकेता हरीश प्रकाश गुप्त डॉ. जे.पी. तिवारी की कविता तन सावित्री मन नचिकेता हमें जाना है सुदूर.... इस महीतल के भीतर.. अतल-वितल गहराइयो...
अहमद *बुख़ारी द्वारा लखनऊ की प्रेस वार्ता में एक नागरिक-पत्रकार के ऊपर किये गए हमले के बाद कुछ बहुत ज़रूरी सवाल सर उठा रहे हैं। एक नहीं ये कई बार हुआ है की अहमद बुख़ारी व उनके परिवार ने देश के क़ानून को ...
गधा सम्मेलन के सफ़लता पूर्वक समापन पर गाल बजा बजा कर गाल दुखने लगे और सभी गधे अपने अपने धामों पर पहुँच कर अपने अपने हिसाब से तफरीह की रिपोर्ट पेश करने लगे, मेल मिलाप की फोटो लगाने लगे तो ताऊ धृतराष्ट्र महा...
दिवाली अभी दस दिन बाकी है लेकिन ब्रिटेन के भारतीयों ने दिवाली मना भी लिया .भारत देश के छत्तीसगढ़ प्रान्त में राज्योत्सव की धूम मची थी वहीं ब्रिटेन के एक गांव में करीब 40 हजार लोग बॉलीवुड संगीत, समोसे और भार...
ये सारे नेता गर्व महसूस कर रहे हैं , दबंग अभिनेता सलमान खान का सम्मान करते हुए , और सलमान हैं कि यहाँ इस उदघाटन के कार्यक्रम में बमुश्किल 5 मिनट रुके और वापस उड़ लिए अपने उद्योगपति दोस्त के साथ ।*छत्...
ए भटकती आत्मा!" अंसल प्लाजा में चलते हुए अचानक से पीछे से आवाज आई...जानती थी कि उसी की होगी...कुछ आवाजें कैसे वक्त की दहलीज पार कर एक झटके में वर्तमान में आ जाती हैं। इतने साल हो गए पर एक लम्हा ही लगा वाप...
व्यर्थ हृदय में ज्वार उमड़ता व्यर्थ नयन भर-भर आते हैं, पागल तुझको देख सिसकता पत्थर दिल मुसका जाते हैं ! युग-युग की प्यासी यह संसृति पिये करोड़ों आँसू बैठी, तेरे इन मानस मुक्तों की कीमत कौन लगा पाते हैं ! 
आज बहुत दिनों बाद लिखने का मौका मिला और जब मिला तो लगा कि क्यों न दिल कि बात करी जायें! नौकरी के कारण मुंबई आना पड़ा! पहली बार किसी शहर में इतने दिन रहा हूँ!! अभी भी दिल्ली दिल में ही हैं और दिल में ही रहे...
अभी सुबह ही भोपाल से लौटी हूँ। राष्‍ट्रीय नारी साहित्‍यकार सम्‍मेलन के एक सत्र में मुख्‍य वक्‍ता के रूप में मुझे भागीदारी निभानी थी। सम्‍मेलन सफलता पूर्वक सम्‍पन्‍न हुआ। इसके समाचार और कभी दूंगी लेकिन आज ज...
छत्तीसगढ़ का दूसरा बड़ा शहर बिलासपुर जहाँ प्रदेश का उच्च न्यायालय स्थित है औरं इस संस्कारधानी बिलासपुर को इसीलिये न्यायधानी बिलासपुर के रूप में भी जाना जाता है। बिलासपुर के आसपास रतनपुर, मल्हार, शिवरीनाराराय...
कौन कहता है कि मोहब्बत की किताब होती है ये तो दिल पर लिखी दिल की जुबान होती है मोहब्बत तूने कौन सी जुबान में कर ली यारा मोहब्बत तो हर जुबान में बेजुबान होती है मोहब्बत के ये कैसे खेल खेल लिए तुमने इस खेल...
ख़बरे कहती हैं की ? युवापीढ़ी बिगड़ गई है ! कितना आसां है किसी को दोष देना और इतना कहना की वो बिगड़ गया है हाथ पकड़ कर चलना तो उसने हमसे ही सिखा है घर मै रह कर ही तो कदम बढाना जाना है फिर उसका दोष पहल...
हुआ अरसा, कभी तो मिलो मेरे ख्यालातों के मोड़ पर, देखूँ, हैं कितना बदला तसब्बुर जो रखा ख्याबों में जोड़ कर है इल्म कि कुछ मुश्किल होगी पर खाली हाथ नहीं आना, इक्का-दुक्का ही सही - वो तीखी तकरार छिपा ...
  अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे

5 comments:

vandana gupta October 27, 2010 at 9:40 PM  

सुन्दर लिंक्स के साथ सुन्दर चौपाल सजाई है।

Dr. Zakir Ali Rajnish October 28, 2010 at 12:26 AM  

युवा पथभ्रष्‍ट पीढी से गधा सम्‍मेलन तक सब कुछ समेट लिया आपने। शुक्रिया। कभी समय मिले, तो विज्ञान ब्‍लॉगों की ओर भी रूख करें।

डॉ. मोनिका शर्मा October 28, 2010 at 9:48 AM  

सभी लिनक्स अच्छे हैं.... मेरी पोस्ट "परदेस में खिलती परम्परा" को शामिल करने के लिए धन्यवाद....

Sadhana Vaid October 28, 2010 at 9:50 AM  

सुन्दर लिंक्स और बेहतरीन चौपाल ! बहुत अच्छी लगी यह चौपाल ! धन्यवाद !

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