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पर्दा जो उठा तो , इस मिट्टी में जनमा जो , आख़िर वो यहीं समाएगा !-ब्लाग चौपाल- राजकुमार ग्वालानी

>> Monday, November 29, 2010

सभी को नमस्कार करता है आपका राज
 
 
आज छत्‍तीसगढ़ के दुर्ग नगर में एक अद्भुत आयोजन हुआ जिसमें परम्‍पराओं को सहेजने की मिसाल कायम की गई, पारंपरिक छत्‍तीसगढ़ी संस्‍कृति से लुप्‍त होती विधा 'सुआ गीत व नाच' का प्रादेशिक आयोजन आज दुर्ग की धरती पर...
 
जुड़वा बच्चों में बड़ा कौन...*इस सवाल पर *पंडित राधेश्याम शर्मा* का मत बताने से पहले कुछ और अहम बात...मेरी कल की पोस्ट पर आई टिप्पणियों से एक बात साफ़ हुई कि माता-पिता के अंतिम संस्कार का अधिकार उसी संतान...
 
छत्तीसगढ़ राज्य खेल महोत्सव के लिए सरकार ने तीन करोड़ का बजट मंजूर किया है। इतने बड़े बजट के बाद भी राज्य स्तर की स्पर्धाओं के लिए महज एक हजार रुपए की इनामी राशि पर खेल बिरादरी में चर्चा हो रही है कि आखिर ...
 
 पेश ए खिदमत है "अमन के पैग़ाम एप सितारों की तरह चमकें की चौथी पेशकश ...राजेन्द्र स्वर्णकार बीकानेर से कुछ इस तरह से "अमन का पैग़ाम दे रहे हैं….. [image: rajendra] सच में आज इंसान इंसानियत खो'कर कुछ 
 
सूचना तकनीकी की दुनिया लगातार आपका काम आसान बना रही है। आइटी ने ऐसा ही एक बड़ा कमाल किया है भाषा के क्षेत्र में। अब आप अपनी भाषा में बिना टाइप किए एसएमएस भेज सकेंगे। यानी,मोबाइल कीपैड पर निर्भरता खत्म होने...
 
पर्दा जब भी उठा हर शख्स मुझे बे लिबास दिखा हे जुबां पर अपनापन दिलों में ज़हरीला खंजर दिखा हे इलाही जिन्हें मेने अपना समझा उनका बेवफाई का यह अजीब मंजर मुझे क्यूँ दिखा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 
 
एक बहुत पुरानी रचना है आप भी आनंद लीजिए अवकलन समाकलन फलन हो या चलन-कलन हरेक ही समीकरन के हल में तू ही आ मिली घुली थी अम्ल क्षार में विलायकों के जार में हर इक लवण के सार में तु ही सदा घुली मिली घनत्व के मह...
 
वाणी की विशेषता व्यर्थ बोलने की अपेक्षा मौन रहने को अच्छा बताया गया है.यह वाणी की प्रथम विशेषता है.सत्य बोलना वाणी की दूसरी विशेषता है.प्रिय बोलना वाणी की तीसरी विशेषता है.धार्मिक बोलना वाणी की चौथी...
 
अनंत यात्राओं की अंतहीन पगडंडियों पर चलते चलते जब कभी थक जाती हूँ तब कुछ पल जीना चाहती हूँ सिर्फ तुम्हारे साथ तुम्हारी आशाओं अपेक्षाओं और अपनी चाहतों के साथ जहाँ मेरी हर चाहत परवान चढ़ सके और तुम्हार...
 
हैमलेट शेक्सपीयर का लिखा एक प्रसिद्द नाटक है जो अक्सर या तो 10th या 12th में अक्सर कोर्स में होता है. इसी नाटक में हैमलेट का एक बहुधा उधृत हिस्सा है, हैमलेट का एकालाप....to be or not to be.... यह हैमलेट क...
 
माँ जीती कम जागती ज़्यादा है...!
माँ ...! जीवन जीती कम जागती ज़्यादा है.....! माँ ...! खरीदती कम हिसाब लगाती ज़्यादा है....! माँ ...! हंसती-गाती कम मुस्कुराती ज़्यादा है....! माँ ...! बोलती कम मन में बुदबुदाती ज़्यादा है...! माँ ...! हिदाय...
 
बाँसुरी किसने फिर यमुना के तीर बजाई है ? -रंजना भाटिया
रंजना भाटिया- आज फिर से मेरी जान पर बन आई है । बाँसुरी किसने फिर यमुना के तीर पर बजाई है। खिलने लगा है फिर से मेरे चेहरे का नूर, फिर से कोई तस्वीर दिल के आईने में उतर आई है। पिघलने लगा है फिर से दिल का...
बचपन से आज तक बहुत बार सत्यनारायण भगवान् की कथा सुनी । पंडितों ने लीलावती, कलावती से ज्यादा कुछ नहीं बताया। पाँचों अध्याय कंठस्थ हो चुके थे। गत माह पुनः निमंत्रण मिला हरी कथा सुनने का। श्रद्दा से कथा पाठ प...
 
एक सार्थक पोस्ट * *पैसिव स्मोकिंग " के बारे में ग्राम-चौपाल प्रकाशित पोस्ट **" सावधान : सवा अरब तंबाकू पीने वाले पौने पांच अरब लोगों को " पैसिव स्मोकिंग " के लिए कर रहे मजबूर "** का असर यह हुआ कि एक ब्...
 अच्छा तो हम चलते हैं
कल फिर मिलेंगे
 
 
 
 
 
 
...
 
 
 

3 comments:

डॉ. मोनिका शर्मा November 29, 2010 at 8:42 PM  

अच्छे लगे आज की चौपाल के सभी लिनक्स ......
मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए शुक्रिया.....

दीपक बाबा November 29, 2010 at 11:50 PM  

"एक ब्लोगर ने धुम्रपान त्यागा"

सार्थक लिंक ...

साधुवाद

vandana gupta November 30, 2010 at 1:34 AM  

काफ़ी अच्छे लिंक्स लगाये हैं कुछ पढ भी लिये………………आभार्।

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